प्रेरणास्त्रोत: गुरु नानक की करुणा
सेठ ने आश्चर्य का पार न रहा। हाथ जोड़कर बोला- ‘‘गुरुदेव! आप क्या कह रहे हैं?
परलोक में तो मनुष्य कुछ भी नहीं ले जा सकता। सब यहीं का यहीं धरा रह जाता है।’’
शिक्षा कानून का एक दशक: आधी हकीकत आधा फसाना
आज भी बड़े पैमाने पर सरकारी स्कूल बुनियादी ढांचागत सुविधाओं, जरूरी संसाधन, शिक्षा के लिये माहौल और शिक्षकों की भारी कमी से जूझ रहे हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय से संबद्ध संसदीय समिति द्वारा फरवरी 2020 के आखिरी सप्ताह में संसद में पेश की गयी रिपोर्ट में सरकारी स्कूलों के आधारभूत ढांचे पर चिंता जाहिर की गई है।
चिंता का विषय है दिल्ली की हिंसा
ताजा मामले में अदालत ने सख्त रवैया अपनाते हुए दिल्ली पुलिस को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं। दिल्ली की हिंसा से पूरा देश चिंतित है।

























