बुढ़ापे से मुक्ति, अमरता की लालसा
वैज्ञानिकों ने बुढ़ापे की उस जीन को खोज निकाला है, जो उम्र बढ़ाने के साथ बुढ़ापा लाती है। इस जीन का जीएटीए-4, एएचएच, एफओएक्स-1 नाम से नामाकरण किया गया है।
अमर प्रेम से कटी पतंग तक
सबसे पहले उसने दक्षिण भारतीयों को मराठी मानुष के दुश्मन के रूप में देखा फिर वामपंथियों, बिहारियों, मुसलमानों आदि का नंबर आया।
उदारवादियों का मानना है कि सत्ता में बने रहने के लिए सेना गिरगिट की तरह रंग बदल देगी किंतु यह इतना आसान नहीं है।


























