प्रेरणास्त्रोत : राजा भोज की उदारता
मार्ग में भूख लगने पर जब मैं खाने लगा, तभी एक कुतिया मेरे निकट आकर बैठ गई। स्पष्ट था कि वह भूखी थी। दया भाव से मैंने उसके सामने रोटी फेंक दी, जिसे वह कुतिया चट-पट खा गई।
राजनीतिक भ्रष्टाचार पर शिकंजा
लोग परेशान होकर नोटबंदी के चलते लाइनों में खड़े रहे
और किसी एक भी बैंक कर्मी के साथ दुव्यर्वहार की कोई बड़ी घटना नहीं घटी
और दूसरी तरफ शशिकला जैसी राजनीतिक नेता गैर-कानूनी काम में जुटी रही।


























