कश्मीर : 24 घंटे से कम समय में दूसरी मुठभेड़, दो आतंकवादी ढ़ेर

Jammu Kashmir Encounter Sachkahoon

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षा बलों ने (Kashmir Encounter) गुरुवार सुबह मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती हुए दो नये आतंकवादियों को मार गिराया। 24 घंटे से भी कम समय में कश्मीर में यह दूसरी मुठभेड़ है। बारामूला के वानीगाम क्रीरी क्षेत्र में सुरक्षा बलों की तलाशी अभियान के दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई, आतंकवादियों की उपस्थिति के बारे में मिली जानकारी के बाद संयुक्त बलों द्वारा तलाशी अभियान शुरू किया गया था। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा ‘तलाशी अभियान के दौरान, जैसे ही संयुक्त खोज दल संदिग्ध स्थान की ओर बढ़े इसी दौरान छिपे हुए आतंकवादी ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिस सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ में, प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर से जुड़े दो स्थानीय आतंकवादी मारे गए।

कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने बताया कि (Kashmir Encounter) मारे गए आतंकवादियों की पहचान शाकिर मजीद नजर और हनान अहमद सेह के रूप में की गयी है, दोनों दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के निवासी थे। उन्होंने कहा, ‘दोनों मार्च 2023 के महीने में आतंकवाद में शामिल हुए थे। इन दोनों आतंकवादियों का मारा जाना सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है। यह इलाके में बड़ी आतंकवादी हमले की योजना बना रहे थे। पुलिस ने कहा कि एक एके 47 राइफल और एक पिस्तौल सहित आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।

कल ,उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में घुसपैठ की कोशिश को (Kashmir Encounter) नाकाम करते हुए सुरक्षा बलों ने दो अज्ञात आतंकवादियों को मार गिराया था। अगले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमला कर सकते हैं, ऐसी खुफिया सूचनाओं के मद्देनजर सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। कश्मीर, इस महीने के अंत में श्रीनगर में हाई प्रोफाइल जी 20 बैठक की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है। कश्मीर में जी-20 बैठक पांच अगस्त, 2019 के बाद से जम्मू-कश्मीर में पहली बड़ी अंतरराष्ट्रीय घटना होगी, जब तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया गया था और इसकी विशेष स्थिति को रद्द कर दिया गया था। सुरक्षा एजेंसियों ने हाई प्रोफाइल बैठक को सुरक्षित करने के लिए सेना के मरीन कमांडो (मार्कोस) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) को तैनात करने का फैसला किया है।