‘बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर की जगह अच्छा नेता बनाने के भी सपने देखें माताएं’

Anil Vij sachkahoon

प्रदेश के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज ने दी सलाह

अंबाला (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने कहा कि अच्छे नेताओं का निर्माण करना हमारी जिम्मेवारी है। अब माताओं को अपने सपने को और आगे बढ़ाना पड़ेगा कि ‘मेरा बेटा अच्छा लीडर बने’, ताकि वह सेवा करके देश के निर्माण में अपना अहम् योगदान दे सके। विज अम्बाला छावनी में एक कार्यक्रम में बतौर मुख्यतिथि संबोधित कर रहे थे।

गृह मंत्री (Anil Vij) ने कहा कि हर माँ कहती है और हर माँ का यह सपना होता है कि मेरा बेटा इंजीनियर, डॉक्टर, आईएएस, आईपीएस बने, मगर माताओं को अपने सपने को अब और आगे बढ़ाना पड़ेगा कि ‘मेरा बेटा अच्छा लीडर बने’, क्योंकि बिना इसके भी हमने प्रजातंत्र को अंगीकार (स्वीकार) किया है।

उन्होंने कहा कि अच्छे नेताओं का निर्माण करना भी हमारी जिम्मेवारी है। जब तक हम अच्छे नेताओं का निर्माण नहीं करेंगे तब तक देश की शासन पद्धति को कुशलता से चलाना मुमकिन नहीं है। गृह मंत्री (Anil Vij) ने कहा कि इसलिए आज से एक सपना और लेना शुरू कर दो कि मैं अपने बेटे या बेटी को अच्छा नेता बनाऊंगा ताकि वह सेवा करके इस काम को और आगे ले जा सके।

अंग्रेजों ने हमें अपनी संस्कृति से अलग किया

गृह मंत्री (Anil Vij) ने कहा कि हमारी शिक्षा प्रणाली पर काफी समय तक अंग्रेजों का प्रभाव रहा। वह हमें पढ़ाना व काबिल नहीं बनाना चाहते थे। उन्हें केवल काम करने के लिए कर्मचारियों की जरुरत थी, इसलिए कर्मचारियों को जितने ज्ञान की जरुरत होती है उतना ही ज्ञान दिया जाता था।

उन्होंने इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि लार्ड मैकॉलय बहुत पहले भारत में आए थे, उन्होंने भ्रमण किया और बाद में इंग्लैंड की संसद में जाकर बताया कि वह हिंदुस्तान में पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण गए। मगर, उन्होंने किसी भी आदमी को भूखा मरते नहीं देखा।

जब तक हम उनकी संस्कृति छीन नहीं लेते तब तक हम वहां पर सकुशल राज नहीं कर सकते। हमसे हमारी संस्कृति छीनने का काम लार्ड मैकॉलय ने किया और हमारी शिक्षा पद्धति में परिवर्तन किया। हमारे गुरू पहले शिक्षा और संस्कार भी देते थे, जिसे पूर्ण शिक्षा कहा जाता है। मगर जहां केवल शिक्षा है वहां केवल अक्षर ज्ञान है।

हमारे से हमारी संस्कृति को अलग कर सीमित कर दिया गया, हमसे संस्कृत भाषा छीनी गई जिसमें अथाह ज्ञान भरा हुआ है। विज ने कहा कि हमसे संस्कृत भाषा को छीन लिया गया और हमें आम क्लर्क बनाकर अंग्रेज तैयार करते रहे। मगर अब समय बदला और शिक्षा पद्धति में बदलाव हुआ, जिससे देश आगे बढ़ रहा है।

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