अब त्वचा की झाइयों को कहे अलविदा…

Goodbye to Freckles Skin

काम का टेंशन, भागदौड़ भरी जिंदगी, तनाव, प्रदूषण आदि का असर सबसे पहले हमारी त्वचा पर दिखाई देने लगता है। त्वचा की ठीक ढंग से देख-रेख न करने से पिगमेंटेशन यानी चेहरे पर झाइयां होने की समस्या कम उम्र में ही नजर आने लगता है। झाइयों की समस्या इतनी जिद्दी होती है कि जल्दी स्किन से जाती नहीं है। ऐसे में आपको कुछ खास उपायों से इसे हटाने की कोशिश करनी होगी। पिगमेंटेशन या झाइयां त्वचा पर पड़ने वाले काले धब्बों को कहते हैं। इसे हाइपरपिगमेंटेशन भी कहा जाता है।

किसी के चेहरे पर इसके निशान छोटे होते हैं, तो किसी के काफी बड़े। वैसे, ये हानिकारक नहीं होता है, लेकिन कुछ मामलों में यह मेडिकल समस्या के लक्षण भी हो सकते हैं। इससे त्वचा अस्वस्थ दिखाई देती है। आमतौर पर झाइयां आंखों के नीचे होती हैं। झाइयां होने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार ऐसा पेट की गड़बड़ी के चलते होता है तो कई बार हॉर्मोन्स के असंतुलन के चलते। झाइयों के इलाज के लिए बाजार में कई तरह के उत्पाद मौजूद हैं पर कोई भी उपचार चिकित्सक की सलाह के बिना करना खतरनाक हो सकता है। ऐसे में घरेलू उपायों को आजमाना ज्यादा सुरक्षित रहता है।

झाइयां होने के कारण- तेज धूप में निकलना:

धूप में निकलने से स्किन मेलानिन का ज्यादा उत्पादन करती है। इससे स्किन में डार्क स्पॉट या पैच की समस्या हो सकती है। इन्हें मेडिकल भाषा में एज स्पॉट्स या सनस्पॉट्स कहा जाता है। मेलेनिन का ज्यादा उत्पादन असल में स्किन का अपनी रक्षा करने का तरीका है। जब भी धूप और यूवी किरणें चेहरे पर ज्यादा पड़ती हैं। तो स्किन अपनी रक्षा के लिए मेलेनिन का उत्पादन करती है। गहरी रंग की स्किन पर यूवी किरणों का ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन अगर स्किन का रंग कुछ हल्का है तो, चेहरे पर झाई या काले दाग की समस्या हो सकती है।

Skin

स्किन में जलन:

स्किन में अक्सर समस्याएं जैसे, सोरायसिस, एग्जिमा, इंजुरी आदि होने के बाद स्किन का रंग गहरा पड़ जाता है। गहरे रंग वाले लोगों में स्किन समस्याओें के बाद होने वाला हाइपरपिग्मेंटेशन ज्यादा होता है।

मेलाज्मा:

कई बार पुरुषों में टीनेज के दौरान हार्मोन चेंज होने की वजह से स्किन पर गहरे रंग के धब्बे या पैच बन जाते हैं। महिलाओं में यही समस्या प्रेग्नेंसी के दौरान हो सकती है। दवाओं के रिएक्शन से: कुछ खास दवाओं जैसे, एंटी मलेरिया ड्रग और ट्राईसाइकिलिक एंटीडिप्रेसेंट्स के सेवन के कारण हाइपरपिग्मेंटेशन या झाइयों की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में स्किन के पैच कई बार भूरे हो सकते हैं। कई बार स्किन पर लगाने वाली दवाओं में मिले केमिकल का रिएक्शन होने पर भी झाइयों की समस्या हो सकती है।

इन बातों का रखें खास ख्याल

1. समय-समय पर अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोते रहें ताकि उस पर जमा आॅइल व चिपचिपाहट निकल जाए। ऐसा करने से बैक्टीरिया अपनी जगह नहीं बना पाएंगे और त्वचा सुरक्षित रहेगी।
2. जितना हो सके फल, सलाद एवं जूस का सेवन करें ताकि त्वचा अंदर से हाइड्रेट रहे और त्वचा में तेल की मात्रा कम हो। इससे आपकी त्वचा आंतरिक रूप से साफ और ताजगीयुक्त बनी रहेगी।
3. अगर धूप में या गर्म मौसम में कहीं बाहर निकल रहे हैं, तो लौटकर चेहरे पर बर्फ की मसाज करें। इससे तेल, गंदगी सभी समाप्त हो जाएगी और त्वचा साफ रहेगी। ऐसा करने से आपको भी काफी रिफ्रेशिंग महसूस होगा।
4. दिन भर में ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। पानी पीते रहने से शरीर हाइड्रेट रहेगा और नमी बरकरार रहेगी। यह त्वचा को अंदर से साफ रखने का बेहतरीन तरीका है। इसके साथ ही आपको पाचन पर भी ध्यान देना होगा।
5. हो सके तो इन दिनों में ज्यादा आॅइली व मसालेदार खाने से बचें। आप जैसा खाना खाते हैं उसका असर आपकी त्वचा पर दिखाई देता है। आॅइली व मसालेदार खाना त्वचा संबंधी अन्य समस्याएं भी पैदा कर सकता है।

झाइयों को दूर करने के घरेलू उपाय

  •  झाइयों से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप तेज धूप के संपर्क में कम से कम आएं। जब जब भी धूप में निकलें तो चेहरा ढककर चलें और छतरी का इस्तेमाल करें।
  •  आप चाहें तो जौ के आटे में दही, नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज कर सकते हैं। कुछ देर मसाज करने के बाद उस लेप को उसी प्रकार चेहरे पर कुछ देर रहने दीजिए। फिर चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।
  •  चेहरे की झाइयां दूर करने के लिए नींबू, हल्दी और बेसन का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाना भी फायदेमंद होता है।
  •  कई बार कम नींद लेना या सही से न सो पाने के कारण भी चेहरे पर झाइयां उभर आती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप पूरी नींद लें। सोने से पहले चेहरे को धोना न भूलें।
  •  आप चाहें तो रात को सोने से पहले चेहरे पर मलाई और बादाम का पेस्ट भी लगा सकते हैं। ऐसा करने से जहां झाइयों की समस्या दूर होती है, वहीं चेहरे पर भी निखार आता है।
  •  सेब और पपीते का गूदा चेहरा पर लगाना बहुत फायदेमंद होता है। दोनों ही फलों के गूदों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो चेहरे पर मौजूद अनचाहे दाग-धब्बों को दूर करने का काम करते हैं।
  •  एक कच्चे आलू को आधा काट लें। कटे हुए हिस्से पर कुछ बूंद पानी की डालें। आलू को सर्कुलर मोशन में अपने चेहरे पर रगड़ें। 10
  • मिनट छोड़ने के बाद गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें। एक महीने तक इसे दिन में दो से तीन बार चेहरे पर लगाएं। झाइयां दूर हो जाएंगी। आलू झाइयों और काले धब्बों को दूर करने के लिए काफी प्रभावशाली होता है। इसमें कैटकोलेस एंजाइम होता है, जो मेलानोसाइट्स को नियंत्रित करते हैं।
  •  एक नींबू का रस कटोरी में निकालें। इसमें शहद मिलाएं। इसे चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट लगा रहने दें। अब गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। इसे तब तक लगाएं, जब तक की झाइयां कम न हो जाएं। दिन में दो बार लगाएं। नींबू के रस में ब्लीचिंग के प्राकृतिक गुण होते हैं। शहद मॉइस्चराइजर का काम करता है। ये दोनों ही गुण झाइयों का इलाज कर सकते हैं।
  •  प्याज को टुकड़ों में काट लें। प्याज के टुकड़े को झाइयों वाले भाग पर रगड़ें। 15 मिनट तक चेहरे पर लगा रहने के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। प्याज का रस भी चेहरे पर लगाने से लाभ होगा। जब चेहरा साफ ना दिखने लगे, तब तक यह उपाय ट्राई करती रहें। इसे दिन में दो बार लगाने से लाभ होता है। प्याज में विटामिन-सी और एंटीआॅक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो पिगमेंटेशन दूर करने में मदद करते हैं।
  •  सेब खाने और सेब का गूदा चेहरे पर मलने से भी झाइयां दूर होती हैं। इसके अलावा झाइयों को समाप्त करने के लिए आप भोजन में सलाद का नियमित प्रयोग करें। दिन में एक गिलास गाजर का रस बिना नमक-मिर्च-शकर मिलाए पिएं, इससे चेहरा तो सुर्ख होगा ही, साथ ही झाइयां भी समाप्त हो जाएंगी। इसके अलावा ताजा टमाटर काटकर चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करने से थोड़े दिनों में चेहरे की झाइयां कम हो जाएंगी और रंगत भी निखर जाएगी।
  •  एलोवेरा का जूस झाइयों के उपचार में मदद कर सकता है। एलोवेरा में एलोसिन नाम का यौगिक पाया जाता है जो हाइपरपिग्मेंटेशन/झाइयों का रंग हल्का करने में मदद करता है। एलोसिन स्किन में मेलानिन के प्रोडक्शन को कम करने में मदद कर सकता है। एक स्टडी के अनुसार, एलोवेरा के कैप्सूल के नियमित सेवन से मेलाज्मा की समस्या को भी ठीक करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा सीधे पौधे से एलोवेरा का जेल/जूस निकालकर स्किन पर लगाया जा सकता है।
  •  ग्रीन टी झाइयों को दूर कर सकता है। रिसर्चर्स ने लंबे अध्ययन के बाद पाया है कि ग्रीन टी में काफी मात्रा में एंटी आॅक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं। हाइपरपिग्मेंटेशन या झाइयों पर ग्रीन टी के प्रभाव के संबंध में बहुत थोड़ी रिसर्च हुई है। इस बात के भी सीमित प्रमाण हैं कि ग्रीन टी का सत मेलाज्मा और सनबर्न के प्रभावों से राहत दे सकता है।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।