स्कूल खुलने चाहिए, लेकिन कोविड-19 नियमों का पालन होना जरूरी
ऐसे में अभिभावकों व अध्यापकों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कुछ लोग स्कूल खोले जाने के निर्णय को जोखिम भरा बता रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि नियमों के साथ स्कूल खोले जाएं तो बेहतर है।
आठ साल बाद मिले मां-बेटे
ट्रस्ट के सेवादारों द्वारा मंजू से उसके घर का पता पूछने का पूरा प्रयास किया गया लेकिन कुछ समय तक यह अपना पूरा पता नहीं बता सकी लगभग 1 साल बाद इसने अपना श्रीनगर में इलाका बताया अपने बेटे का नाम आजीज बताया।
सरकार की गलत नीतियों से बेरोजगार युवा ठोकरें खाने पर मजबूर : बलराज कुंडू
सैकड़ों बेरोजगार नौजवानों ...
बुझे मन से नरमें की चुगाई में जुटे किसान
तो वहीं इस बार मजदूर 700 रूपये तक चुगाई मांग रहे हैं। इसके अलावा उनका किराया-भाड़ा व चाय-पानी का खर्च अलग है।
हिंदी दिवस पर विशेष: हिंदी हमारा गर्व, हिंदुस्तान की शान है हिंदी
यदि हर कोई ऐसा करे तो मुझे लगता है कि हिंदी भाषा का प्रचलन पहले से भी ज्यादा बढ जाएगा। नैन ने कहा कि वे जब भी कविता लिखने बैठती हैं तो हिंदी शब्दों का ही प्रयोग करती हैं।
सचखंड जा विराजे कर्मठ सेवादार श्याम लाल इन्सां
जब भी किसी जरूरतमंद की मदद की बात होती तो वे सर्वप्रथम हाथ आगे बढ़ाते और हर संभव मदद करते।


























