साध-संगत बोली, जिनका जन्म ही मानवता उद्धार के लिए हुआ हो, वो कैसे गुनाह कर सकता है

Sadh-Sangat, Sirsa sachkahoon

मुड़ आजा सतगुरु तूं, मुद्दता दी खड़ी उड़ीकां

  • भजन सुन वैराग्य में आई साध-संगत

सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमेशा ही इंसानियत का पाठ पढ़ाया है। जिस पर चलते हुए आज भी साध-संगत दिन-रात मानवता भलाई के कार्यों में लगी हुई है। आज भी हम पूज्य गुरु जी के अडोल आशिक है और हमारा दृड विश्चास सदा बना रहेगा। साध-संगत अब दोगुनी रफ्तार के साथ मानवता भलाई के कार्य करेगी। उक्त उद्गार हरियाणा 45 मैम्बर अमरजीत इन्सां ने शनिवार सांय शाह सतनाम जी मार्ग स्थित गौलछा पैलेस में आयोजित हुई सरसा ब्लॉक स्पेशल ब्लॉकस्तरीय नामचर्चा में पहुंची हुई साध-संगत को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि आदिकाल से ही संत-महापुरूषों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा है। लेकिन एक दिन सच की जीत जरूर होगी और सच का सूरज जरूर चमकेगा। नामचर्चा के दौरान उपस्थित डेरा श्रद्धालुओं ने अपने हाथ खड़े कर संकल्प लिया कि वे पूज्य गुरु जी द्वारा दिखाये गए मार्ग पर पूरी अणख, गैरत और दृढ़ता से चलेगे।

मानवता भलाई कार्यों के लिए किया प्रेरित

शाम 5 से 8 बजे तक हुई स्पेशल ब्लॉकस्तरीय नामचर्चा की शुरूआत ब्लॉक भंगीदास कस्तूर सोनी इन्सां ने धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का इलाही नारा लगाकर किया। इसके पश्चात कविराजों ने सतगुरु पर दृड विश्वास की प्रेरणा देते भजन बोलकर साध-संगत को लाभांवित किया। नामचर्चा में कविराजों ने बनके प्रेमी फेर दिल नूं डूलौणा की, अग्गे नूं वधाके पैर पिच्छे नूं हटौणा की…, मुड़ आजा सतगुरु तूं, मुद्दता दी खड़ी उड़ीकां…, व नूरी मुखड़ा छुपा के जी साडी जिंद तड़पायी है… आदि भजन बोले गए। जिस पर साध-संगत अपना वैराग्य नहीं रोक पाई। वहीं ब्लॉकस्तरीय नामचर्चा के दौरान पंडाल में सामने एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई। जिसमें पूज्य गुरु जी के रिकॉर्डिड अनमोल वचनों को चलाया गया।

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पूज्य गुरू जी पर पहले भी अटूट विश्वास था और अब भी है…

नामचर्चा में यूथ 45 मैंबर राकेश बजाज इन्सां, रामपाल इन्सां, मनोज इन्सां, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के 45 मैम्बर व छायावान समिति से बलविंदर इन्सां, 45 मैम्बर बहन रोजी इन्सां, इंदु इन्सां, मीना व आशा इन्सां ने शिरकत कर साध-संगत को सतगुरु पर अटूट विश्वास रखते हुए मानवता भलाई कार्यों को करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने साध-संगत से कहा कि वे किसी की बातों में न आकर मानवता भलाई कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लें। इस अवसर पर साध-संगत ने एक स्वर में नारा लगाते हुए कहा कि उन्हें पूज्य गुरू जी पर पहले भी अटूट विश्वास था और अब पहले से ज्यादा अटूट विश्वास है। क्योंकि पूज्य गुरू जी ने हमें हमेशा ही इंसानियत की सेवा करना सिखाया है। नामचर्चा में ब्लॉक के सभी जोनों व गाँवों से भारी तादाद में साध-संगत ने भाग लिया।

साध-संगत के आगे छोटा पड़ा पंडाल

त्योहारी व फसली सीजन को दरकिनार करते हुए नामचर्चा में साध-संगत भारी संख्या में पहुंची। जिनमें महिला श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रही। डेरा अनुयायियों के पूज्य गुरु जी के प्रति अटूट विश्वास के आगे बनाया गया नामचर्चा पंडाल छोटा पड़ गया। ब्लॉक भंगीदास कस्तूर सोनी इन्सां ने भी अपने संबोधन में कहा कि पूज्य गुरू जी ने साध-संगत को रूहानियत के अलावा इंसानियत की सेवा करने का पाठ पढ़ाया है। जिसके चलते डेरा सच्चा सौदा की ओर से 135 मानवता भलाई कार्य किए जा रहे हैं।

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