सबसे नि:स्वार्थ प्रेम करो
इन्सान के अंदर सब कुछ होते हुए भी वह ईर्ष्या, नफरत, विद्वेष, काम-वासना, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, मन-माया के ऐसे बंधनों में जकड़ा हुआ है कि इसे अपने अंदर बहती हुई प्यार-मोहब्बत की गंगा नजर नहीं आती।
Blood Donation: अस्पताल में दाखिल मरीज के लिए सुखनूर इन्सां ने किया खूनदान
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। डेर...

























