डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों का प्रयास लाया रंग, रास्ता भटक कर चेन्नई से संगरिया आया व्यक्ति अपनों से मिला
संगरिया (सच कहूँ/सुरेन्द्...
सतगुरु की नूरे-किरण कण-कण जर्रे-जर्रे में मौजूद: पूज्य गुरु जी
जीवात्मा कहती है कि हे प्रभु, तेरे प्यार-मोहब्बत को पाकर मुझे समझ आई है कि आपकी ही नूरे-किरण कण-कण, जर्रे-जर्रे में मौजूद है। सब अपने हैं, कोई दूजा नहीं, कोई वैरी-बेगाना तो है ही नहीं। मैं जिधर नजर मारती हूं, पलक उठाती हूं बस तू ही तू नजर आता है।
लोहड़ी व मकर संक्रांति के अवसर पर: यूथ वीरांगनाओं ने झुग्गी-झोंपड़ी में बांटे गर्म वस्त्र व मिठाई
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। लोह...


























