मनमते लोगों से हमेशा सावधान रहें
पूज्य गुरु जी फरमाते हैं कि जब इन्सान मनमता संग ज्यादा करता है और पीर-फकीर की सोहब्बत छोड़ देता है तो मन हावी होने लगता है। मन जीव को तरह-तरह के विचार देता है। जो अपने पीर-फकीर की बात नहीं मानते, वो हमेशा मालिक से दूर हो जाया करते हैं।