अधिकारियों-रेहड़ी संचालकों में कहासुनी

Lockdown

 रेहड़ी संचालकों ने भेदभाव करने का लगाया आरोप

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। सख्त लॉकडाउन के तीसरे दिन कोरोना गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए बुधवार सुबह प्रशासन व नगर परिषद अधिकारियों ने जंक्शन बाजार का निरीक्षण किया। तहसीलदार दानाराम मीणा के नेतृत्व में निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने सब्जी मण्डी में स्थाई रूप से लगने वाली दुकानों के आगे रखी सब्जियां अंदर रखवाई। सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए दुकानों के आगे गोल घेरे बनवाए। सब्जी मण्डी में सब्जी विक्रेताओं को कोविड से बचाव के लिए राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पालना के लिए पाबंद किया गया।

सब्जी मण्डी में गाइडलाइन की पालना नहीं करने वाले दुकानदारों के चालान भी काटे गए। संगरिया रोड पर सब्जी मण्डी के बाहर लगी फल-सब्जी की रेहडिय़ों को हटवाया। इस दौरान नगर परिषद अधिकारियों और रेहड़ी संचालकों में कहासुनी भी हुई। भागते समय एक रेहड़ी संचालक की रेहड़ी गड्ढे में टकरा गई। इससे रेहड़ी पर रखे टमाटर सड़क पर बिखर गए। रेहड़ी संचालकों ने प्रशासन पर भेदभाव करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि सब्जी मण्डी में रोस्टर के अनुसार दुकानें लगाने की अनुमति दी गई है जबकि सब्जी मण्डी के बाहर मार्ग पर रेहड़ी लगाने वालों को हटाया जा रहा है।

इस दौरान जंक्शन पुलिस ने कई रेहड़ी संचालकों के चालान भी काटे। अधिकारियों ने रेहड़ी लगाने वाले लोगों से समझाइश की कि वे बाजार में एक जगह रेहडिय़ां न लगाकर गली-मोहल्लों में जाकर फल-सब्जी की बिक्री करें। ताकि लोग अनावश्यक रूप से बाजार में न आएं और लोगों को घर बैठे ही आवश्यक सामान उपलब्ध हो सके। अनुमत दुकानों के दुकानदारों से निर्धारित समय तक ही दुकानें खोलने के लिए समझाइश की गई। उन्हें कोविड गाइडलाइन की पालना करने व दुकानों के आगे गोल घेरे बनाकर ग्राहकों को सामान विक्रय करने के लिए पाबंद किया गया।

अनावश्यक रूप से बाजार में दुपहिया व चौपहिया वाहनों पर घूम रहे लोगों से भी समझाइश की गई कि वे जरूरी काम के अलावा घरों से बाहर न निकलें। बेवजह बाजार में आए लोगों के यातायात पुलिस की ओर से बालिका स्कूल के सामने नाका लगाकर चालान भी किए गए। कई वाहन सीज किए गए। निरीक्षण के दौरान नगर परिषद एईएन मेघराज, एसबीएम प्रभारी भारत भूषण शर्मा, कनिष्ठ सहायक आरिफ मोहम्मद, जगजीत सिंह आदि साथ थे।

अस्थाई जगह उपलब्ध करवाए प्रशासन

उधर, रेहड़ी संचालक राजेश मीणा का कहना था कि दस रेहडिय़ां हटाने से बाजार में भीड़ कम नहीं होने वाली। वे 8 बजे बाजार में आकर रेहड़ी लगाते ही हैं कि अधिकारी आकर रेहडिय़ां हटाने के लिए तंग-परेशान करना शुरू कर देते हैं। उनका कहना था कि सब्जी मण्डी में 50 दुकानें लग रही हैं। भीड़ तो वहां भी हो रही है। रेहडिय़ां हटवाने से व्यवस्था नहीं सुधरने वाली। लेकिन रेहड़ी संचालकों से भेदभाव हो रहा है। वहीं रेहड़ी संचालक भगवानदास ने बताया कि सब्जी मण्डी में लगने वाली दुकानों पर सब्जी खरीदने आने वाले लोग उनसे भी फल व सब्जी खरीदते हैं।

लेकिन जब वे 8-8.30 बजे रेहड़ी लगाते हैं तो प्रशासन उन्हें गलियों में जाने की बात कहता है। जबकि गलियों में ग्राहक नहीं मिलते। लोग सब्जी खरीदने बाजार में आ रहे हैं। ग्राहक रेहड़ी वालों से सब्जी-फल खरीद रहा है। वे गलियों में जाएंगे लेकिन ग्राहक बाजार में घूमेगा। रेहड़ी संचालकों ने कहा कि अगर बाजार में भीड़ कम करनी है तो और सब्जी मण्डी नहीं हटानी तो रेहड़ी संचालकों को भी आसपास कहीं अस्थाई जगह दे दी जाए, वे अपनी रेहडिय़ां वहां लगा लेंगे।

अभी समझाइश, नहीं माने तो सख्ती

उधर, तहसीलदार दानाराम मीणा के अनुसार प्रशासन की ओर से गाइडलाइन की पालना के लिए किसी प्रकार की ढील नहीं दी जा रही। एकबारगी दुकानदारों से समझाइश की जा रही है। अगर वे फिर भी नहीं मानते हैं तो सख्ती से निपटा जाएगा। तहसीलदार ने बताया कि सब्जी मण्डी में 11 बजे तक रोस्टर के अनुसार दुकानें खोलने की अनुमति है। जबकि रेहड़ी लगाने वाले लोग सुबह से लेकर शाम तक शहर के गली-मोहल्लों में जाकर सब्जी-फल बेच सकते हैं। उन्हें प्रतिबंध नहीं। उन्हें इसलिए मुख्य बाजार से हटाया गया है क्योंकि बाजार में सब्जी-फल खरीदने वालों की अनावश्यक भीड़ हो जाती है।

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