युवाओं को रोजगार दिलाना ही अंत्योदय मेलों का लक्ष्य : सीएम

The goal of Antyodaya fairs sachkahoon

वीसी के माध्यम से दिए जिलाधिकारियों को दिए निर्देश

  • बैंक मौके पर ही पूरी करवाएं औपचारिकताएं, चक्कर न कटाएं

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार चाहती है कि प्रदेश में एक भी व्यक्ति ऐसा न रहे, जिसकी सालाना आमदनी एक लाख 80 हजार रुपए से कम हो। इसी को लेकर सभी जिला में खंड स्तर पर मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत मेलों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेलों में सबसे पहला लक्ष्य परिवार के सबसे युवा को काम देकर उसको रोजगार देना है ताकि उसकी आय बढ़े और वह कमाने लायक है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मेलों में शामिल किए जाने वाले लोगों की पहले घर जाकर काऊंसलिंग की जाए, इसके लिए अधिकारियों की टीमें बनाई जाए ताकि जरूरतमंद व्यक्ति ही मेले में पहुंचे।

मुख्यमंत्री बुधवार को वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत मेलों को लेकर जिलाधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारी मेलों में बुलाए जाने वाले नागरिकों को मौके पर ही जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बारे में बताएं। यदि किसी कारण से उनका आवेदन रिजेक्ट होता है तो उसके बारे में उसी समय जानकारी दी जाए ताकि उनको बार-बार चक्कर न लगाने पड़े। सीएम ने कहा कि मेलों में शामिल होने वाले लोगों की सही ढंग से काऊंसलिंग की जाए और उनको बताया कि सरकार का मकसद काम मुहैया करवाने का है।

उन्होंने कहा कि लोगों को यह भी बताया जाए कि लोन केवल सब्सिडी लेने या किसी कार्य के लिए के लिए नहीं है, बल्कि लोन से रोजगार शुरू किया जाए और आमदनी से लोन को चुकाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेलों में 18 से 60 साल तक के लोगों को बुलाया जाए। इतना ही नहीं मेलों में बुलाए जाने वाले लोगों की पहले घर जाकर काऊंसलिंग की जाए। घर पर जाने से यह पता चल सकेगा कि उनके परिवार में कौन से लोग कमाने वाले हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि इन मेलों के बाद भी चिन्हित किए गए परिवारों को आय बढ़ाने के प्रयास जारी रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेलों में 500 से अधिक की संख्या न रखी जाए।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।