मां ही निकली मासूम की हत्यारिन, जेल भेजी

  • सैनिक कृष्ण कुमार के जीजा की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

भूना (सच कहूँ न्यूज)। गांव चौबारा में सैनिक कृष्ण कुमार पर जानलेवा हमले में आरोपी पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश किया। जहां उन्हें न्यायिक हिरासत हिसार में भेज दिया है। वही मासूम बच्चे हार्दिक की हत्या में आरोपी चौबारा निवासी आरएमपी डॉक्टर सुरेश कोहाड़ को पुलिस ने गिरफ्तार करके न्यायालय में पेश करके रिमांड पर लिया है। आरोपी डॉक्टर व सैनिक की पत्नी के बीच संबंधों के चलते 7 वर्षीय मासूम बच्चे को डबल डोज की गोली देने और तकिए से मुंह दबाकर मारने का आरोप है।

पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरएमपी डॉक्टर से पहले आरोपी महिला के अन्य अधेड़ उम्र के व्यक्ति के साथ भी संबंध रहे है, जिसने बच्चे की घटना के बाद जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। आरोपी आरएमपी डॉक्टर ने कबूल किया है कि सैनिक कृष्ण कुमार के 7 वर्षीय बेटे हार्दिक को डबल डोर की गोली दी गई थी ताकि वह बीमार होने पर परिवार के लोगों का ध्यान बच्चे पर केंद्रित हो जाए। परंतु इस घिनौने षड्यंत्र में मासूम बच्चे को जन्म देने वाली मां ने भी बराबर की भूमिका निभाई। मासूम बच्चा हार्दिक कांटा बन गया था। पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरएमपी डॉक्टर ने डबल डोज की नशीली गोली बच्चे को दी थी और आरोपी महिला को तकिया उसके मुंह पर रखकर दबाने के लिए कह दिया था ताकि बच्चा बेहोश हो जाए। मगर बच्चा बेहोश होने की बजाए मौत में समा गया। आरोपी महिला ने घटना के बाद बच्चे की हत्या का मुख्य आरोपी डॉक्टर सुरेश कुमार से कई बार बातचीत की। जो कॉल डिटेल पुलिस जांच में सहायक बन गई।

क्या कहते हैं थानाध्यक्ष

थाना अध्यक्ष अनूप सिंह ने बताया कि पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस बारीकी से हर पहलुओं की जांच प्रक्रिया में लगी हुई है। इसलिए आरएमपी डॉक्टर सुरेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायालय में पेश करके रिमांड पर लिया है। आरोपी महिला को पति को जान से मारने के प्रयास मामले में जेल भेज दिया है,जिसको हत्या मामले में दोबारा जेल से लाकर जांच में शामिल तफ्तीश किया जाएगा।

आरोपी पत्नी ने पति को मीठा जहर दिया

7 वर्षीय हार्दिक की मौत की सूचना मिलते ही उसके पिता सैनिक कृष्ण कुमार छुट्टी लेकर घर पहुंचे थे। मगर घर आने के बाद अपनी पत्नी कविता पर ही बेटे की मौत को लेकर आशंका जाहिर करने लगा। सैनिक ने अपनी पत्नी के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल के लिए घर में बात चलाई। जिसकी भनक आरोपी पत्नी कविता को लगी और उसने अपने साथी डॉक्टर सुरेश कोहाड़ को पूरी जानकारी दे दी। जिसके बाद सुरेश कुमार ने सैनिक को भी ठिकाने लगाने की योजना बनाई। आरोपी ने बताया कि 13 जनवरी की शाम को कविता ने अपने पति को नींद की गोली दी और दूध में पारा पिला दिया। जो मीठा जहर के रूप में दिया गया।

जबकि आरोपी सैनिक कृष्ण कुमार के घर में रात को लगभग ढाई बजे पहुंचा। जहां पर दोनों आरोपियों ने मिलकर सैनिक के बिस्तर में आग लगा दी और आरोपी डॉक्टर मौके से खिसक गया। लेकिन इसी दौरान आरोपी महिला ने अपने पति सैनिक कृष्ण कुमार को आग की लपटों से बचाकर दूसरी चारपाई पर सुला भी दिया। मगर जब सैनिक की आंखें खुली तो वह काफी झुलसा हुआ था। परिवार के लोगों ने उसका गांव के ही एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाया। लेकिन 14 जनवरी को सैनिक ने अपनी ही पत्नी के खिलाफ उसके बिस्तर में आग लगाकर जान से मारने के प्रयास का मामला दर्ज करवाया था। गांव की किनाला निवासी 38 वर्षीय शमशेर सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। शमशेर सिंह अपनी बुआ की बेटी की करतूत का सदमा सहन नहीं कर सका। इसलिए उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है।

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