नेत्रदानी व शरीरदानी कृष्ण लाल इन्सां को अर्पित की श्रद्धांजलि

सचखंडवासी के परिजनों ने जरूरतमंद परिवारों को वितरित किया राशन

चंडीगढ़ (एमके शायना)। मानवता की सेवा में हमेशा आगे रहने वाले चंडीगढ़ निवासी कृष्ण लाल चौपड़ा इन्सां पिछले दिनों अपनी स्वासों रूपी पूंजी पूरी करके कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजे, रविवार को उनके नमित नामचर्चा का आयोजन किया गया। नामचर्चा में पहुंची साध-संगत व रिश्तेदारों ने कृष्ण लाल चौपड़ा इन्सां को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। नामचर्चा का आयोजन सेक्टर 21, कम्युनिटी सेंटर, चंडीगढ़ में किया गया।

नामचर्चा की शुरूआत चंडीगढ़ ब्लाक भंगीदास ने पावन नारा लगाकर किया। नामचर्चा में विशेष तौर पर पहुँची डेरा सच्चा सौदा की मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों द्वारा शरीरदानी व नेत्रदानी कृष्ण लाल चौपड़ा इन्सां के परिजनों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।

शरीरदान व नेत्रदान करना बहुत बड़ी बात: मलराज इन्सां

45 मेंबर मलराज इन्सां ने कहा कि शरीरदानी कृष्ण लाल चौपड़ा इन्सां के परिजनों ने मृतदेह दान कर समाज के लिए एक अनुकरणीय मिसाल कायम की है। शरीरदान व नेत्रदान करना बहुत बड़ी बात है। जिसके लिए शरीरदानी व नेत्रदानी का परिवार धन्य के काबिल हंै। जिन्होंने लोक लाज की परवाह न करते हुए पूज्य गुरु जी द्वारा चलाए गए 147 मानवता भलाई कार्यों में सम्मिलित कार्य को दिशा दी।

25 अति जरूरतमंद परिवारों को दिया राशन

नामचर्चा की समाप्ति के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए कृष्ण लाल चौपड़ा इन्सां के परिजनों की ओर से उनकी याद में 25 अति जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया गया। नामचर्चा में डेरा सच्चा सौदा की मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य सुखदेव सिंह इन्सां (जिम्मेवार सेवादार), दान सिंह इन्सां, गुरमेल सिंह, गुरप्रीत सिंह, करनैल सिंह इन्सां, डॉ. स्वपनिल गर्ग इन्सां, चमन इन्सां (45 मैंबर), मलराज इन्सां (45 मैंबर), 45 मैंबर बहनें सुनीता इन्सां और संतोष इन्सां सहित ब्लॉक कमेंटी के अन्य जिÞम्मेवार, सैंकड़ों की तादाद में साध-संगत व रिश्तेदार आदि मौजूद थे।

2 जरूरतमंदों की अंधेरी जिंदगी हुई रोशन: डॉ. अमृत पाल

नामचर्चा में पीजीआई चंडीगढ़ से विशेष तौर डॉ. अमृत पाल सिंह ने नामचर्चा में पहुंचकर परिवार को सम्मान पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि डेरा श्रद्धालु जो यह 147 मानवता भलाई के कार्य कर रहे हैं, वह अति अनुकरणीय है। शरीरदान करना, नेत्रदान करना बेमिसाल है। इससे समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए यह ही शरीरदानी व नेत्रदानी कृष्ण लाल इन्सां के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने आगे कहा कि कृष्ण लाल चौपड़ा इन्सां की आंखे 2 जरूरतमंद व्यक्तियों को लग चुकी हैं, जिससे उनकी अंधेरी जिंदगी में उजाला आया है।

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