बिना अध्यापक बच्चे कैसे बनेंगे डॉक्टर, इंजीनियर?

  • अभिभावकों ने सरकार के समक्ष सवाल उठा मांगा जवाब

  • अध्यापकों के पद समाप्त करने का विरोध

भिवानी (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा शिक्षा विभाग में ट्रांसफर ड्राईव के माध्यम से किए जा रहे तबादले एवं अध्यापकों के पद खत्म करने के विरोध में मंगलवार को जिले के गाँव बड़ाला की ग्राम पंचायत ने विरोध स्वरूप गाँव के राजकीय उच्च विद्यालय को ताला जड़कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद ग्रांम पंचायत ने मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र भेजकर अध्यापकों के पद समाप्त ना किए जाने की मांग की। इस मौके पर सरपंच अनंतराम, सोशल एक्टिविस्ट बंटी, मनेंद्र, सुरेश कुमार, प्रदीप, राजेश, अमित, ओमप्रकाश, रविन्द्र, श्रीराम, सोमबीर, राजू, संजय नंबरदार, विरेंद्र आदि ग्रामीणों ने बताया कि रेशनेलाईजेशन नीति के तहत अध्यापकोंं के पद समाप्त कर सार्वजनिक शिक्षा के ढ़ांचे को खत्म करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार स्वयं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, वही दूसरी तरफ स्वयं ही अध्यापकों के पद खत्म कर उस नारे पर पलीता लगाने का कार्य कर रही है।

ग्रामीणों ने बताया कि सरकार को चाहिए कि स्कूलों में अध्यापकों की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो। उन्होंने कहा कि यदि स्कूलों में शिक्षक ही नहीं होंगे तो यहां शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी कैसे देश के भावी डॉक्टर, इंजीनियर व वैज्ञानिक बन पाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों की पढ़ाई कैसे हो पाएगी? सरकार के इस कदम से बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी। यही नहीं मजबूरीवश बच्चों को पढ़ाई छोड़नी भी पड़ सकती है। इसीलिए उनकी मांग है कि सभी विषयों के अध्यापकों की नियुक्ति स्कूल में की जाए।

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