घाटे में चल रही सीईएल कम्पनी अब लाभकारी उपक्रम: सीएम

Ghaziabad
Ghaziabad घाटे में चल रही सीईएल कम्पनी अब लाभकारी उपक्रम: सीएम

गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गाजियाबाद के साहिबाबाद में सीइएल-इएसडीएस ग्रीन डेटा सेंटर का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह,प्रभारी मंत्री अरुण असीम,मंत्री सुनील शर्मा,मंत्री नरेंद्र कश्यप और संसद अतुल गर्ग व विधायक अजीत पाल त्यागी ,विधायक नंदकिशोर गुर्जर, विधायक संजीव शर्मा,दिनेश गोयल आदि भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह डेटा सेंटर सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीइएल ) और इएसडीएस सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन लिमिटेड की रणनीतिक साझेदारी के तहत तैयार किया जा रहा है, जो प्रदेश ही नहीं, पूरे भारत के डिजिटल भविष्य की आधारशिला बनेगा। कहा कि यह ग्रीन डेटा सेंटर डिजिटल इंडिया और ग्रीन इंडिया जैसे राष्ट्रीय अभियानों को नई गति देगा। कहा कि घाटे में चल रही सीईएल अब लाभकारी उपक्रम है।

उन्होंने यह भी कहा कि घाटे में चल रही सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल) को अब मिनी रत्न दर्जा प्राप्त है और यह लाभकारी उपक्रम के रूप में उभरा है।उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक निर्णायक कदम बताते हुए कहा कि यह केंद्र न केवल डेटा सुरक्षा और पारदर्शिता को सुनिश्चित करेगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार और स्टार्टअप्स के लिए अवसर भी प्रदान करेगा।

ऊर्जा बचत और सुरक्षा के साथ भविष्य का डेटा इंजन

पांच मंजिला इस 30 मेगावाट क्षमता वाले इस डेटा सेंटर में हाई-डेंसिटी कंप्यूटिंग के लिए मॉड्यूलर पॉड्स, स्मार्ट कूलिंग, रिफ्लेक्टिव रूफिंग, वर्षा जल संचयन जैसी सस्टेनेबल तकनीकें अपनाई गई हैं। यह हर मंज़िल पर 200 रैक की विस्तार क्षमता के साथ मल्टी-आईएसपी सपोर्ट और 40 जीडीपीएस की रिंग फाइबर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। सेल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक चेतन प्रकाश जैन ने कहा, “साहिबाबाद परिसर में बन रहा यह ग्रीन डेटा सेंटर नवाचार, संवहनीयता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। इएसडीएस के साथ मिलकर हम देश की डिजिटल और पर्यावरणीय जरूरतों को एक आधुनिक क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ रहे हैं।”

डिजिटल यूपी की रफ्तार हुई और तेज

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश, विशेष रूप से गाजियाबाद, अब डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का नया केंद्र बनता जा रहा है। इस डेटा सेंटर के माध्यम से स्थानीय स्तर पर नवाचार को बढ़ावा मिलेगा और स्टार्टअप्स, उद्यमों तथा सरकारी उपयोगकर्ताओं को अत्याधुनिक सेवाएं मिलेंगी। इएसडीएस के सीएमडी पीयूष सोमानी ने कहा, “हम सस्टेनेबल, सुरक्षित और भविष्य के लिए तैयार डिजिटल इकोसिस्टम का निर्माण कर रहे हैं। यह डेटा सेंटर टियर आईआईआई /टीआईए मानकों के अनुरूप निर्मित है और आत्मनिर्भर भारत के विज़न को साकार करेगा।”

सार्वजनिक-निजी भागीदारी की मिसाल

यह परियोजना सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के सफल मॉडल के रूप में उभर रही है, जो भारत को डिजिटल संप्रभुता, डेटा सुरक्षा और पर्यावरणीय लक्ष्यों की ओर ले जाने वाली मिसाल बनेगी।

राज्य में रोजगार और नवाचार को मिलेगा बढ़ावा

यह ग्रीन डेटा सेंटर क्षेत्र में नई तकनीकी नौकरियाँ उत्पन्न करेगा, स्थानीय उद्यमों और स्टार्टअप्स को आकर्षित करेगा और गाजियाबाद को सूचना‑प्रौद्योगिकी का केंद्र बनाएगा। इस परियोजना से राज्य में रोजगार अवसरों में वृद्धि और नवाचार को बल मिलेगा ।