अवैध खनन के खिलाफ भरतपुर में एक साधु ने आग लगाई, हालत गंभीर

भरतपुर (सच कहूँ न्यूज)। बुधवार को एक ऐसी खबर निकल कर आई जिससे आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। भरतपुर के पसोपा गांव में बाबा विजय दास नाम के संत ने खुद को आग लगा ली। पुलिस कर्मी ने कड़ी मशक्कत के बाद कंबल डालकर आग को बुझाई गई। दरअसल अवैध खनन के खिलाफ साधु-संत धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

अवैध खनन के खिलाफ 551 दिन से चल रहे साधु-संतों के आंदोलन में बुधवार को भरतपुर के पसोपा गांव में बाबा विजय दास नाम के संत ने खुद को आग लगा ली। बाबा केरोसीन डालकर आग लगाने के बाद राधे-राधे कहते हुए दौड़ने लगे। पुलिसकर्मियों ने कंबल डालकर आग बुझाई। बाबा को भरतपुर के राज बहादुर मेमोरियल अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

क्या है मामला:

जानकारी के अनुसार, बाबा नारायण दास को टावर पर ही ग्लूकोज और अन्य खाद्य सामग्री पहुंचाई गई। इसके बाद बुधवार सुबह बड़ी संख्या में साधु-संत पासोपा में आंदोलन स्थल पर जुट गए। इसी दौरान सुबह करीब 11.30 बजे एक संत विजयसदास (65) ने धरनास्थल के पीछे जाकर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर खुद को आग लगा ली। घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मी और अन्य लोगों ने तुरंत आग बुझाई और संत विजयदास को डीग के स्थानीय अस्पताल लेकर पहुंचे।

संत को प्राथमिक इलाज के बाद आरबीएम जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया है। वहीं अस्पताल के बाहर संतों का जमावड़ा लगा हुआ है। संत विजयदास जिन्होंने आत्मदाह की कोशिश की, वह गांव पासोपा के मंदिर पर ही रहते हैं। बाबा नारायण दास जो कि टावर पर चढ़ गए थे वह अभी तक टावर पर ही बैठे हैं। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

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