बस शेल्टर निर्माण में गड़बड़ी का आरोप, जांच की मांग

Allegations of disturbances in bus shelter construction, demand for investigation

सरपंच बोलीं: हमारा कार्यकाल हो गया है समाप्त

सच कहूँ/राजू, ओढां। बडागुढ़ा खंड के गांव खुईयां नेपालपुर में पंचायती राज विभाग द्वारा बनाए जा रहे बस शेल्टर के निर्माण में गड़बड़ी होना सामने आ रहा है। पंचायत का कार्यभार बीडीपीओ के पास होने के कारण निर्माण कार्य की देखरेख नियमित रूप से नहीं हो रही है। बस शेल्टर के निर्माण में बरती जा रही लापरवाही का मामला ग्रामीणों द्वारा जिला प्रशासन के संज्ञान में लाया गया है।

लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायती राज विभाग द्वारा लाखों रूपये की लागत से बस स्टैंड पर शेल्टर का निर्माण किया जा रहा है। जिसकी देखरेख खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी बडागुढ़ा के अंतर्गत आती है। पंचायतों का कार्यकाल पूरा होने के चलते गांव के सरपंच इस कार्य में दखलंदाजी नहीं कर सकते, इसलिए ठेकेदार अपनी मनमर्जी से निर्माण कर रहे हैं।

बीते दिवस आंधी व तेज हवाओं के कारण शेल्टर के निर्माण में प्रयुक्त की गई सामग्री हवा में उड़ गई। आरोप है कि ठेकेदार ने विभाग द्वारा दी गई गाइडलाईन वर्क आर्डर के अनुसार निर्माण नहीं किया। जिसके कारण शेल्टर का निर्माण पूरा होने से पहले ही बिखर गया है।

आरोप यह भी है कि पूर्व निर्मित बस स्टैंड के मकान की सामग्री भी ठेकेदार ने खुर्द-बुर्द कर दी है। पुराने भवन की नीलामी की जाती तो काफी धनराशि सरकारी कोष में जमा होती, लेकिन ठेकेदार ने ग्रामीणों की सहमति के बिना ही काफी सामान कब्जे में कर लिया है। लोगों ने बताया कि खंडहर हुए बस स्टैंड में प्रयुक्त की गई गार्डर, सरिया इत्यादि को उठाने से रोका गया।

जिसके बाद उक्त सामान गांव में सुरक्षित रखवा लिया गया। ग्रामीणों लाला राम, चन्द्र सिंह, भरत व मुंशी राम का कहना है कि सरकार लाखों रूपये की राशि विकास कार्यों पर खर्च कर रही है, लेकिन ठेकेदार अपनी मर्जी से कार्य कर सरकार को चूना लगा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

‘‘पंचायती विभाग की ओर से बस क्यू शेल्टर का निर्माण किया जा रहा है। जिस समय पुराने बस अड्डे को तुड़वाया गया था उस समय हमारे पास चार्ज था। लोगों की शिकायतें आई थी कि ठेकेदार निम्न स्तर की सामग्री बरत रहा है। जिसके बाद हमनें ठेकेदार को सख्त हिदायत भी दी थी कि वो अपना सामान उठा ले। लेकिन ठेकेदार ने सामान नहीं उठाया। इसके बाद पंचायत का कार्यकाल समाप्त हो गया। इस मामले में अब बीडीपीओ ही कार्रवाई कर सकते हैं। हमनें पुराने बस अड्डे से निकला हुआ जो भी समान था वो हमनें रखवा लिया है।

नीलम अरोड़ा, निवर्तमान सरपंच (खुईयां नेपालपुर)

‘‘मेरे पास बडागुढ़ा बीडीपीओ के अलावा सरसा डीडीपीओ का चार्ज भी है। मुझे गांव खुईयां नेपालपुर में बनने वाले बस शेल्टर बारे कोई जानकारी नहीं है।

रवि कुमार, बीडीपीओ(बडागुढ़ा)

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