बुलन्दशहर में जन्मी अल्पना मित्तल ने किया देश का नाम रोशन
- अमेरिका के प्रमुख व्यक्तियों में शामिल हुई अल्पना की जीवनी | Bulandshahr News
बुलन्दशहर (सच कहूँ/कपिल देव इन्सां)। Bulandshahr News: भारतीय नारी दुनिया में कहीं भी क्यों ना हो अपने देश का नाम रोशन करने में किसी से भी कम नहीं है। ऐसी ही महिला अल्पना मित्तल तेजस्विनी ने अमेरिका में सम्मान हासिल कर देश का नाम रोशन किया है।
बुलन्दशहर के मौहल्ला ईंटारोडी़ निवासी लाला हरगोविंद जी के इंजीनियर सुपुत्र ओमप्रकाश अग्रवाल की सुपुत्री अल्पना मित्तल सन् 2001में अपने पति संजय मित्तल और बच्चों के साथ अमेरिका में बस गई थीं। लेकिन अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को बखूबी पूरा करते हुए भी अपनी कला प्रतिभा को उकेरने में पीछे नहीं रहीं और कला के क्षेत्र में बढ़ चढ़ कर सक्रिय रहीं। कला प्रतिभा उन्हें अपनी माता ललिता अग्रवाल से विरासत में मिली है ललिता जी कला के क्षेत्र में काफी शौहरत हासिल कर चुकी हैं। Bulandshahr News
अल्पना मित्तल तेजस्विनी की कला प्रदर्शनियां अमेरिका के न्यूजर्सी,न्यूयॉर्क, और सैक्रामेंटो के साथ साथ इंग्लैंड के लंदन शहर में भी हुई हैं। यही नहीं कला के क्षेत्र में उन्हें योरोप इंग्लैंड और अमेरिका की विभिन्न प्रदर्शनियों और कला प्रतियोगिताओं में अनेक सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
वर्ष 2022 मेंउनकी कला से चित्रित झंडा न्यूयॉर्क के राकफेलर सेंटर पर फहराया गया था और उनके द्वारा चित्रित प्यानो न्यूयॉर्क सिटी के मुख्य बस स्टैंड पर आज भी प्रदर्शित है। अल्पना अमेरिका की अनेक कला और सामाजिक संस्थाओं से जुड़ी हुई हैं और उनकी सक्रिय कार्यकर्ता हैं। वो अपनी सामर्थ्य से भी बढ़कर उन संस्थाओं को हरसंभव सहयोग और सहायता करतीं आ रही हैं। प्रो आर्ट्स, अग्रवाल समाज और सिंग फार होप जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में उनका जुड़ाव बना हुआ है। Bulandshahr News
उनकी इस सक्रिय भूमिका के लिए अमेरिका के प्रमुख व्यक्तियों के साथ उनकी जीवनी को भी सम्मिलित किया गया है और उनकी जीवनी को Marquis Who’s Who in America नामक पुस्तक में ससम्मान सम्मिलित किया गया है।
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