खारियां (सच कहूँ/सुनील कुमार)। 28 से 30 अगस्त को इंडो नेपाल फेडरेशन (Indo Nepal Federation) की ओर से नेपाल के पोखरा में संपन्न हुई तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय हैंडबॉल टूर्नामेंट (International Handball Tournaments) में भारतीय टीम ने स्वर्ण पदक जीता है। टीम को जीत दिलाने में जिला के गांव जोधपुरिया निवासी चिराग इन्सां का बड़ा योगदान रहा है। Sirsa News
सरसा पहुंचने पर हुआ चिराग इन्सां का भव्य स्वागत
बीते दिवस सरसा रेलवे स्टेशन पर जिला कुम्हार सभा एवं समस्त प्रजापति समाज सरसा की ओर से समाज के गौरव? चिराग कारगवाल सुपुत्र रामानन्द कारगवाल निवासी गांव जोधपुरिया का जोरदार स्वागत किया गया। जिला कुम्हार सभा, भारतीय रेलवे सरसा, वर्मा अस्पताल सरसा के सदस्यों ने चिराग को पगड़ी व फूल मालाएं पहनाकर ओपन गाड़ी में बैठाकर गांव जोधपुरिया लाया गया। जहां पर ग्राम पंचायत व ग्रामीणों द्वारा ढोल नगाड़ों के साथ प्रत्येक गली मौहले से रोड़ शो निकाला व मिठाई खिलाकर खुशियां मनाई।
गांव पहुंचने पर चिराग के स्वागत में आस पास के क्षेत्र से राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, समाजसेवी संस्थाओं के सदस्यों सहित कोच संदीप भाटिया, टीम कप्तान ऋषभ थालौड़, सरपंच वेद प्रकाश थौरी, पूर्व सरपंच सुरेन्द्र गोदारा, चेतराम इन्सां, ग्राम पंचायत सदस्यों व सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। वहीं सरसा रेलवे स्टेशन पर मलिक साहब डाल, जिला कुम्हार सभा के उप प्रधान हर दयाल बेरी, सचिव मदन वर्मा, कोषाध्यक्ष पिरथी राज मलेठिया, कमेटी सदस्य बीर सिंह घोड़ेला, उमेश कुमार प्रजापति डब, कृष्ण कुमार बेहरवाल, नरेन्द्र देव आर्य, जोधपुरिया से गजानंद वर्मा सहित काफी संख्या में ग्रामवासी व प्रजापति समाज के लोग मौजूद रहे। बता दें कि चिराग इन्सां का कुछ दिन पहले ही भारतीय हैंडबॉल टीम के लिए चयन हुआ था।
विकट परिस्थितियों से नहीं हारा चिराग
चिराग इन्सां के पिता का देहांत काफी वर्ष पूर्व हो गया था। लेकिन फिर भी चिराग की मां ने हौसला नहीं हारा और तीन बहनों सहित चिराग का लालन पालन व शिक्षा का प्रबंधन माता संतोष इन्सां ने किया। इस दौरान पशुपालन व खेती कार्य उनका सहारा बना। चिराग की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जोधपुरिया में संपन हुई और स्नातक के साथ साथ खैरेकां हैंडबॉल अकादमी में अपनी प्रेक्टिस जारी रखी। यहां से उनके शानदार खेल को देखते हुए खेल विभाग के माध्यम से उनका चयन भारतीय हैंडबॉल टीम में शामिल हुआ। भारतीय टीम में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाते हुए चिराग इन्सां ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश व गांव का गौरव बढ़ाया है।
मां के आशीर्वाद व पूज्य गुरू जी की प्रेरणा से हुआ संभव | Sirsa News
चिराग इन्सां ने कहा कि ये सब उनकी माता संतोष वर्मा के पावन आशीर्वाद व डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी की प्रेरणाओं से संभव हुआ। इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि टूर्नामेंट का फाइनल मैच जीतने के लिए टीम कप्तान ऋषभ थालौड़ द्वारा दिए दिशा निर्देश व कोच संदीप भाटिया के टिप्सों ने टीम की झोली में गोल्ड डालकर तिरंगे की शान बढ़ा दी। ये जीत केवल मेरी या टीम की नहीं बल्कि पूरे देश की है। टीम को गोल्ड मिलने से विश्व में देश का गौरव व तिरंगे की शान बढ़ी है।
युवा बुराइयों को छोड़ खेलों में आगे आऐं –
स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम में शामिल चिराग इन्सां ने देश के युवाओं को नशे, सोशल मीडिया, सामाजिक बुराइयों व अनावश्यक समय बर्बादी से बचने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने शिक्षा के साथ साथ युवाओं को खेलों, इंसानियत व समाजसेवा जैसे कार्यों में आगे आने के लिए प्रेरित किया। ताकि वे देश व खुद के सुनहरे भविष्य निर्माण में अह्म भूमिका अदा कर स्वयं के साथ राष्ट्र को भी सुदृढ़ बना सके। Sirsa News
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