Cow Milk : औषधीय गुणों से भरपूर है गाय का दूध 

Cow Milk
परशुराम संबल। गाय के दूध (Cow Milk) में अनेक विटामिन, खनिज लवण, चिकनाई आदि जीवन उपयोगी तत्व पाए जाते हैं। डॉ. फ्रेंक ने तो गाय के दूध की खूबी बताते हुए कहा है कि एक लीटर गाय के दूध में प्रचूर मात्रा में पौष्टिक तत्व विद्यमान रहते हैं। जैसे मां का दूध नवजात शिशु के लिए अमृत तुल्य गुणकारी आहार है, वहीं अन्य पशुओं की उपेक्षा गुणों की दृष्टि से गाय का दूध सर्वश्रेष्ठ माना गया है। भावप्रकाश में रोग शमन में दूध की प्रभावशीलता का वर्णन करते हुए कहा गया है कि गाय का दूध जीर्ण ज्वर, मानसिक रोग, उन्माद, मूर्छा, भ्रम, संग्रहणी, पीलिया, दाह, प्यास, हृदय रोग, शूल, गोला, बवासीर, रक्तपित्त, अतिसार, और गर्भस्राव जैसी व्याधियों में हितकारी है।
बालक, वृद्ध, दुर्बल, क्षीण के कारण शिथिल हुए व्यक्तियों के लिए गाय का दूध बहुत लाभकारी है। जो व्यक्ति गाय का दूध सदैव पीते हैं, उनके समस्त रोग नष्ट हो जाते हैं और बुढ़ापा उन पर आक्रमण नहीं कर पाता। वैद्य शिरोमणि बाग्भट्ट के अनुसार गाय का दूध बलवर्धक और रसायन है। यह घावपूरक और थकान, निद्रा, भय, भ्रम, खांसी, प्यास और भूख को शांत करता है। जीर्ण ज्वर, मूत्र रोग और रक्तपित्त जैसे उपद्रवों को नष्ट कर देता है।
गाय के दूध में विटामिन ए’, बी’, और डी’ पर्याप्त मात्र में होने की वजह से इसके सेवन से रक्त संचालन, पाचन क्रिया और शक्ति बनाये रखने की सामर्थ्य होती है। गाय का दूध मनुष्य के लिए पूर्ण आहार है।

अति लाभदायक है गाय का दूध | Cow Milk

दूध प्रात: पीना लाभदायक है। रात्रि में दूध सोने से तीन घंटे पहले पी लेना चाहिये। दूध में प्राकृतिक मिठास होती है। यदि मिठास की आवश्यकता हो तो चीनी के बजाय शहद का उपयोग करें। गाय के दूध में पोषक तत्वों के अलावा कैरोटिन नामक पौष्टिक तत्व भी खूब रहता है जो स्वास्थ्य और सौन्दर्य को बढ़ाता है। इसी कारण गाय के दूध को औषधि माना गया है। गाय का दूध, दही, घी, मूत्र और गोबर का धार्मिक कार्यक्रमों में इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं पंच विधि से बनाई गई औषधियों के सेवन से शरीर में जीवनी शक्ति की वृद्धि होती है। भारतीय ही नहीं, यूनानी चिकित्सक और विद्वान भी गाय के दूध की प्रशंसा करते हुए नहीं थकते। उनका कहना है कि गाय का दूध उज्ज्वल और मिठासयुक्त होता है। वह दिल, तपेदिक और फेफड़ों के घाव में बहुत फायदेमंद है। इसके प्रयोग से शोक, भ्रम, पागलपन आदि दूर होते हैं।
  • बाल झड़ने पर स्नान से आधा घंटा पहले बालों में गाय के दूध की मालिश करने से बालों का गिरना रुक जाता है।
  • गाय के दूध से निर्मित दही और छाछ के सेवन से पेट के कृमि नष्ट हो जाते हैं।
  • काली मिर्च और मिश्री युक्त गाय का गरम दूध पीने से जुकाम दूर होता है।
  • सौंठ को गाय के दूध में घिसकर माथे पर लेप करने से सिर दर्द शांत हो जाता है।
  • गाय के दूध में बादाम की खीर बनाकर खाने से आधा सीसी दर्द दूर होता है।
  • दूध में शहद मिलाकर पीने से गैस नहीं बनती।
  • गाय का दूध पीने से हिचकी बन्द हो जाती है।
  • चेहरे पर कील, मुहांसे, दाग धब्बे दूर करने के लिए सोने से पहले हल्का गरम दूध चेहरे पर मलें और कुछ समय बाद चेहरा धो लें। इससे चेहरे का सौन्दर्य बढ़ेगा।
  • दूध में पानी मिलाकर फोहे से शरीर पर मलें। कुछ देर बाद स्नान कर लें। इससे शरीर की खुश्की और खुजली मिट जाएगी।