बरसात व ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का निरीक्षण करने के लिए जिले के 10 गांव में पहुंचे उपायुक्त

खरखौदा (सच कहूँ/हेमंत कुमार)। उपायुक्त ललित सिवाच ने कहा कि हाल ही में बेमौसमी बरसात एवं ओलावृष्टि से हो रहे रबी फसल के नुकसान के कारण हरियाणा सरकार द्वारा जिला के किसानों के लिए 10 अप्रैल तक ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल को पुन: खोल दिया गया है। जिन भी किसानों को फसल खराबे के कारण नुकसान हुआ है उन सभी किसानों को सरकार द्वारा पूरा मुआवजा दिया जाएगा।

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उपायुक्त ने जिला  के गांव (Kharkhoda) चौलका, खांडा, सेहरी, नकलोई, निरथान, बिधलान, सिलाना, फरमाना, रिढाऊ, मौजमनगर, माजरा, आंवली, बिलबिलान, कटवाल, लाठ, जौली, बली ब्राह्मïणान, भैसवाल कलां व भैंसवाल खुर्द आदि गांवों में बेमौसमी बरसात एवं ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे को लेकर दौरा किया। उपायुक्त (Lalit Siwach) ने जिला के प्रभावित किसानों को आश्वस्त किया है कि उन्हें मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप एक माह के भीतर राहत प्रदान कर दी जाएगी। जिला सोनीपत के सभी 347 गांवों का फिल्ड स्टाफ द्वारा दौरा किया जा रहा है। खराबे की वास्तविक रिपोर्ट सरकार को समय पर भेज दी जाएगी और सरकार की पॉलिसी के तहत किसानों को फसल खराबे के कारण हुए नुकसान का सरकार द्वारा पूरा मुआवजा दिया जाएगा।

उपायुक्त ने कहा कि प्रभावित किसानों को कतई चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) के तहत बीमा नहीं करवाया है उन किसानों को भी राज्य सरकार ने मुआवजा देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि रबी-2023 फसलों में हुई क्षति से किसानों को राहत देने के उद्देश्य से ही ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल को आगामी 10 अप्रैल तक पुन: खोला गया है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन अवश्य करवाएं। उन्होंने कह कि इसके बाद भी यदि किसी प्रकार की दिक्कत आती है तो जिला लघु सचिवालय में एसडीएम, तहसीदार से सम्पर्क किया जा सकता है।

श्री सिवाच ने कहा कि ई-फसल क्षतिपूर्ति पर सूचना देने के लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर भी फसल का पंजीकरण अनिवार्य रूप से करवाना होगा। उन्होंने कहा कि जिला में गिरदावरी का कार्य पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है और जल्द ही आंकलन करके रिपोर्ट सरकार को प्रेषित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने पारदर्शी प्रणाली से क्षतिग्रस्त फसलों के लिए आंकलन, सत्यापन और मुआवजा देने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि मुआवजा राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में जाएगी। इस दौरान उनके साथ एसडीएम गोहाना आशीष वशिष्ठï, एसडीएम खरखौदा ज्योति मित्तल, जिला राजस्व अधिकारी हरिओम अत्री, तहसीलदार अजय कुमार व नायब तहसीलदार डॉ प्रमोद कुमार सहित अनेक अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

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