ब्लॉक हरदासपुर की साध-संगत ने पंचायत के सहयोग से घर की छत्त का डाला लैंटर

हम पूज्य गुरू जी का तहेदिल से धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने हमें मानवता भलाई का पाठ पढ़ाया : साध-संगत

पटियाला। (सच कहूँ/खुशवीर सिंह तूर) घर दी खसता हालत छत्त जो कि गिरने की कगार पर थी और जब मौसम खराब होता तो विधवा महिला राधा रानी को चिंता सताने लगती कि कहीं खराब हुए मौसम के कारण कोई असुखद घटना न घट जाए। उसे इस खस्ता हालत छत्त की चिंता दिन-रात सताती रहती, कि कब उसे भी पक्की छत्त नसीब होगी। इस संबंधी जब ब्लॉक हरदासपुर की साध-संगत और पंचायत को पता चला तो उन्होंंने इस बुजुर्ग विधवा महिला राधा रानी की घर की छत्त को पक्का करने का बीड़ा उठाया।

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इस संबंधी जानकारी देते ब्लॉक भंगीदास तलविन्दर कुमार इन्सां और 15 मैंबर गुरतेज सिंह इन्सां ने बताया कि ब्लॉक हरदासपुर की साध-संगत को जब पता चला कि बुजुर्ग विधवा महिला राधा रानी अपने घर की खस्ता हालत में दिन काट रही है और उसे हर समय सहम के माहौल में रहना पड़ रहा है, क्योंकि छत्त किसी भी समय गिर सकती थी, जिस कारण किसी असुखद घटना के घटने का डर बना हुआ था। उन्होंने बताया कि ब्लॉक हरदासपुर की साध-संगत ने गांव हरदासपुर की पंचायत के सहयोग से इस बुजुर्ग विधवा महिला राधा रानी की घर की छत्त का पक्का लैंटर डालने का बीड़ा उठाया। उन्होंने बताया कि ब्लॉक की साध-संगत द्वारा कुछ ही घंटों में मकान की छत्त का लैंटर डाल दिया गया।

उन्होंन कहा कि हमें यह शिक्षा पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां से मिली मिली है और डेरा सच्चा सौदा द्वारा 147 मानवता भलाई के कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम पूज्य गुरू जी का तहेदिल से धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने हमें मानवता भलाई का पाठ पढ़ाया है। इस मौके बलविन्दर सिंह, दर्शन स्युणा, काला, मक्खन सिंह, गुरमीत सिंह, सनी, गुरमीत सिंह, भुपिन्दर सिंह, , देसराज सिंह, निर्मल सिंह, गुरध्यान सिंह, गुरदीप बखशीवाला, मलकीत सिंह, नाहर सिंह, सेवा सिंह, नीटू, बहादर सिंह, लछमन सिंह, अजैब सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।

साध-संगत का दूसरों की मदद के लिए आगे आना काबिल-ए-तारीफ : सरपंच नाहर सिंह

बुजुर्ग विधवा महिला राधा रानी का हमदर्द बनने पर गांव के सरपंच नाहर सिंह ने साध-संगत की सहारना की। उन्होंने कहा कि आज के समय में जब हाथ को हाथ खा रहा है और हर कोई सिर्फ और सिर्फ अपने बारे में ही सोचता है, उस समय दौरान साध-संगत द्वारा दूसरों की मदद के लिए आगे आना काबिल-ए-तारीफ है। उन्होंने कहा कि धन्य हैं इनके पूज्य गुरू गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां जो साध-संगत को मानवता भलाई का पाठ पढ़ा रहे हैं, जिस पर चलकर साध-संगत दीन-दुखियों का सहारा बन रही है।

पूज्य गुरू जी और साध-संगत का किया तहेदिल से धन्यवाद

साध-संगत द्वारा किए गए इस कार्य के लिए बुजुर्ग विधवा महिला राधा रानी ने पूज्य गुरु जी और साध-संगत का तहेदिल से धन्यवाद किया और कहा कि साध-संगत ने उसकी चिंता को सदा के लिए ही खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि साध-संगत के इस जजबे की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है।