इंसानियत का जज्बा: 11 महीनें में 16 जरूरतमंद कन्याओं किए हाथ पीले

केलनिया की जरूरतमंद कन्या की शादी में जरूरत का सामान देकर शाह सतनाम जी नगर ने दिया आशीर्वाद

सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा) महान समाज सुधारक एवं इंसानियत के सच्चे प्रहरी पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन मार्गदर्शन में डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत द्वारा चलाई जा रही ‘आशीर्वाद’ मुहिम आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों की बेटियों के हाथ पीले करने में अहम भूमिका निभा रही है। साध-संगत न सिर्फ बेटियों की शादी का खर्च उठाती हैं, बल्कि बेटियों के उन सपनों को भी पूरा कर रही हैं जो हर लड़की अपनी शादी के लिए देखती है।

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इसी कड़ी में ब्लॉक शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत एक और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की बेटी की शादी में घरेलू जरूरत का सारा सामान देकर मददगार बनी है। शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत की वर्ष 2022 में यह 16वीं शादी है, जिसमें उन्होंने मद्द की है। आशीर्वाद मुहिम की चहुंओर प्रशंसा हो रही है और लोग पूज्य गुरुजी का धन्यवाद कर रहे हैं। जिनकी पावन प्रेरणाओं का अनुसरण करते हुए साध-संगत ऐसे सेवाकार्य कर रही है।

जरूरत का सामान देकर दिया आशीर्वाद

दरअसल निकटवर्ती गांव केलनिया निवासी मनीराम आर्थिक तौर पर कमजोर है और बिमार रहते है। जबकि उनकी धर्मपत्नी सीमा रानी लोगों के घरों काम करके बड़ी मुश्किल से परिवार का गुजर बसर कर रही है। उन्होंने अपनी बेटी की शादी 2 दिसंबर को रखी। लेकिन जैसे-जैसे शादी की तारीख नजदीक आ रही थी तो उन्हें बेटी की शादी में दिए जाने वाले सामान की चिंता सताए जा रही थी। जब इसकी जानकारी शाह सतनाम जी नगर की सेवादार बहनों को लगी तो उन्होंने तुरंत परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए बेटी सोनू की शादी में मदद करने का निर्णय लिया और लड़की के परिजनों को शाह सतनाम जी नगर के नामचर्चा घर में बुलाकर जरूरत का सारा सामान देते हुए लड़की के सिर पर अपना आशीर्वाद भरा हाथ रखा।

साध-संगत ने ये की मदद

लड़की की शादी में शाह सतनाम जी नगर की साध-संगत की ओर से एक डबल बैड, एक अलमारी, 32 बर्तन, दो रजाई, दो गद्दे, 11 सूट लड़की के , 5 सूट लड़के के, एक दिवार घड़ी, दो सिराने सहित अन्य घरेलू जरूरत का सामान देकर मदद की। इसके अलावा 1100 रुपए का शगुन व एक पूज्य गुरु जी का पावन स्वरूप भेंट किया।

इनका रहा सहयोग

इस सेवा कार्य में सुजान बहन आशा इन्सां, प्रभा, राजमुखीजा, वीना इन्सां, सिमरन इन्सां, राजरानी, रमन इन्सां, लक्ष्मी इन्सां, हरविंद्र इन्सां, दलजीत इन्सां, अनीता इन्सां, सुरत सिंह, चंचल इन्सां, आशी इन्सां, सुमन इन्सां, रजनी इन्सां, शरणी इन्सां सहित ब्लॉक की साध-संगत ने सहयोग किया।

पूज्य गुरु जी व साध-संगत का ऋण जिंदगी भर नहीं उतार पाएंगे

लड़की की माता सीमा रानी ने कहा कि मेरे पास पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां व उनकी साध-संगत का धन्यवाद करने के लिए शब्द नहीं है। मेरा परिवार साध-संगत यह ऋण जिंदगी भर नहीं उतार पाएगा। क्योंकि उन्होंने मेरी बेटी की शादी में मदद करके परिवार की सारी चिंता को समाप्त कर दिया है।

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