Humanity : जरूरतमंद मरीजों की जिदंगीया बचा रहे ‘ट्रयू ब्लड पंप’

Blood-Donation

ब्लाक मलोट की साध -संगत ने साल 2020 में कोरोना कफ्यू, लॉकडाऊन में लगाए रक्तदान कैंप में किया 528 यूनिट रक्तदान  (Blood Donation )

  • पंजाब स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन कौंसिल ने प्रशंसा पत्र देकर कोरोना वॉरियर्स को किया सम्मानित

सच कहूँ/मनोज मलोट। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पवित्र शिक्षाओं पर चलते हुए देश और विदेशों की साध-संगत जहां 135 मानवता भलाई के कार्याें में जुुटी हुई है, वहीं एमरजैंसी दौरान मरीजों को खून मुहैया करवाने के लिए भी सेवादार दिन रात जुटे हुए हैं और खूनदान करने के लिए एक छोटा सा संदेश मिलने पर तुरंत ही रक्तदान करने के लिए पहुंच जाते हैं। इसलिए इन सेवादारों को चलते फिरते ब्लड पंप के नाम से जाना जाता है।

Cartificet

चार कैंपों दौरान 528 यूनिट खूनदान किया गया

जिम्मेदार सेवक कुलवंत सिंह इन्सां, रमेश ठकराल इन्सां, अमरजीत सिंह बिट्टा इन्सां, सत्तपाल इन्सां, प्रदीप इन्सां, गोपाल इन्सां, संजीव धमीजा इन्सां, शंभू इन्सां, गुरभिन्दर सिंह इन्सां, शहरी भंगीदास विकास इन्सां, ब्लॉक भंगीदास गोरख सेठी इन्सां, जिला सुजान बहन अमरजीत कौर इन्सां, सुजान बहनें कान्ता शर्मा इन्सां, आज्ञा कौर इन्सां, सुमन इन्सां, विजय सेठी इन्सां,

प्रकाश कौर इन्सां और नगमा इन्सां ने बताया कि जब कोरोना महामारी दौरान कर्फ्यू, लॉकडाऊन चल रहा था तो लोग घर से बाहर निकलने से भी डरते थे और लोग खूनदान करन से गुरेज करते थे उन हालातों में ब्लॉक मलोट की साध-संगत ने जरूरतमंद मरीजों के लिए पहला कैंप 28 जून 2020 में में 180 यूनिट, दूसरा कैंप 15 अगस्त में 120 यूनिट, तीसरा कैंप 20 सितम्बर को 101 यूनिट और चौथा कैंप 4अक्तूबर 127 यूनिट खूनदान किया गया और चार कैंपों दौरान 528 यूनिट खूनदान किया गया।

उन्होंने कहा कि ब्लॉक मलोट के सेवादार चलते फिरते ब्लड पंप हैं और कोरोना काल दौरान थोड़े -थोड़े समय दौरान चार रक्तदान कैंप ब्लड बैंक श्री मुक्तसर साहब के सहयोग से लगाए गए। इसलिए ब्लॉक मलोट की साध-संगत को पंजाब सरकार डिपार्टमैंट आॅफ हैल्थ एंड फैमिली वैलफेयर पंजाब, पंजाब स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन कौंसिल की ओर से कोरोना काल दौरान खूनदान कैंप लगाने के लिए कोरोना वॉरियर्स के नाम का प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया है।

सैंकड़ों नौजवान सेवादार नियमित कर रहे हैं रक्तदान

ब्लॉक मलोट की खूनदान समिति के जिम्मेदार टिंकू इन्सां ने जानकारी देते बताया कि ब्लॉक मलोट के सैंकड़ों नौजवान सेवादार नियमित खूनदान कर रहे हैं और पूज्य गुरू जी की पवित्र प्रेरणाओं पर अमल करते हुए हमेशा ही खूनदान करने के लिए अपनी बारी आने का इन्तजार करते रहते हैं

। इसी कड़ी के अंतर्गत ब्लॉक मलोट के सेवादारों और ओर नौजवानों दीपक इन्सां, सौरव इन्सां, रवीन्द्र कुमार, दीपक डूमड़ा, योगेश कुमार, गुरप्रीत सेतिया, राजू मदान, इशु वाट्स, मोहित जगह, रिंकू सेतिया, पंकज कुमार, सोनू नारंग, सन्नी सिडाना, रणजीत सिंह, रजत कुमार, हरप्रीत सिंह, रमन मदान, बिकी, सोनू मिगलानी, दीपक कम्बोज और बिकी चौधरी ने एमरजैंसी दौरान मरीज को खून की जरूरत पड़ने पर सरकारी अस्पताल में बने ब्लड बैंक में खूनदान कर मरीजों की जान बचायी और रोजाना की तरह ही खूनदान कर रहे हैं।

डेरा सच्चा सौदा के सेवादार मानवता के असली ‘हीरो’

ब्लड बैंक श्री मुक्तसर साहब के काऊंसलर दिनेश कुमार ने सेवादारों की प्रशंसा करते कहा कि डेरा सच्चा सौदा के सेवक मानवता के असली ‘हीरो’ हैं और चारों कैंपों दौरान सेवादारों में खूनदान करने का जज्बा दिखा। उन्होंने कहा कि इन सेवादारों से अन्यों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि कोई भी 18 से 65 साल तक का व्यक्ति रक्तदान कर सकता है और व्यक्ति 3 महीने बाद और महिला 4 महीनों बाद खूनदान कर सकती है।

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