ओस की बूंदे फसलों के लिए बनी वरदान

शीतलहर से जन जीवन अस्त व्यस्त, अलाव तापते नजर आए लोग

  • सर्दी के चलते गर्म कपड़ों की मांग बढ़ी

धमतान साहिब (सच कहूँ / कुलदीप नैन)। कड़ाके की ठंड में बफीर्ली हवाओं ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। रोजमर्रा के काम से घर से बाहर निकलने वाले लोगों की भीषण ठंड और शीतलहर से हाल-बेहाल है। सूर्यदेव के दर्शन कई दिन से दोपहर को 1 बजे के बाद हो रहे है। तीन-चार दिनों से चल रही सर्द हवाओं की वजह से अचानक पारा गिरकर न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। इन दिनों सर्दी के तेवर तीखे बने है। हालांकि कुछ दिन पहले सर्दी थोड़ी कम थी लेकिन पिछले चार पांच दिन से क्षेत्र में सर्दी एका एक बढ़ गई है। अचानक बढ़ी सर्दी ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है।

सर्दी से बचाव को लेकर पूरा दिन लोग जगह-जगह अलाव तापते देखे गए। सबसे अधिक मुश्किलें सुबह सुबह इस ठंड में स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को हो रही है। अभिभावको का कहना है कि सरकार को तुरंत प्रभाव से छोटे बच्चों की छुट्टियां करनी चाहिए। सर्दी के चलते सुबह-शाम बाजार में चहल-पहल कम रही। शीत लहर के चलते लोग दिन भर घरों में दुबके रहे। वही ठंडी हवा चलने से जन जीवन पुरी तरह अस्त व्यस्त रहा। इस दौरान सर्दी से बचने के लिए लोग सिर से पैर तक गर्म कपड़े में लिपटे रहे। दुकानों पर मफलर, गर्म कैप, फूल बाजू की जैकेट, स्वेटर आदि की खरीदारी बढ़ गई।

फसलों के लिए बेहद फायदेमंद मौसम – कृषि विशेषज्ञ

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार किसान अब अपनी गेहूं की फसल में हल्के पानी की सिंचाई करें। मौसम के पलटवार के साथ शुरू हुए सर्दी के असर के बीच कोहरा फसलों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ओस की बूंदें रबी की फसल को नवजीवन देने वाली साबित होती है। कोहरे ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है। जिले में मौसम का बदला मिजाज गेहूं, सरसों, मटर, गाजर, मूली आदि के लिए अमृत बन गया हैं।

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