गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने पकड़ी ढाई करोड़ की चरस, एक करोड़ की अफीम  

 ढाई करोड़  की चरस और एक करोड़ की अफीम  के साथ,चार महिला सहित पांच तस्कर गिरफ्तार

  • मादक पदार्थों की तस्करी की एवज में  तस्कर को प्रति किलो मिलते है 12-12 हजार रुपए

गाजियाबाद (सच कहूं/रविन्द्र सिंह)। दिल्ली से सटे पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच टीम ने मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले 5 अंतरराज्यीय तस्करों को साढ़े तीन करोड़ नशे के माल के साथ गिरफ्तार किया है।(Ghaziabad) एडीसीपी सच्चिदानंद के दिशा निर्देश पर  आयोजित पत्रकार वार्ता में एसीपी क्राइम अजीत कुमार रजत  ने खुलासा करते हुए बताया कि क्राइम ब्रांच टीम ने मुखबिर की सूचना आरोपियों के कब्जे से 13 किलोग्राम चरस और एक किलोग्राम अफीम बरामद की गई है। अफीम व चरस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब साढ़े 3 करोड़ रुपए

बताई गई है। नेपाल के शातिर तस्कर सुनीत ने डिलीवरी के लिए यह माल दिया था।इस माल की यूपी के अलावा हरियाणा तथा पंजाब में माल की डिलीवरी की जानी थी। मुखबिर की सूचना पर मुरादनगर थाना क्षेत्र स्थित  काईट संस्थान के पास से  क्राइम ब्रांच की टीम ने एक पुरुष और  4 महिला तस्करों को दबोचा। पुलिस  पूछताछ में  आरोपियों की पहचान  शैगुल निशा, जोहरा खातून उर्फ नसीमा, मोमीना खातून, रोशन खातून, सलीम खान, के रूप में हुई। सभी आरोपी नेपाल बॉर्डर से लगे बिहार के सुगौली मोतिहारी के रहने वाले हैं।

एडीसीपी क्राइम अजीत कुमार रजत ने बताया कि आरोपियों के पास से एक कि.ग्राम अफीम के अलावा 13 कि.ग्राम चरस बरामद हुई है। बरामद  चरस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत  करीब  ढाई करोड़ रुपए है।और अफीम की कीमत करीब एक करोड़ तुप्ये है। उन्होंने बताया कि आरोपी नेपाल से बिहार के रास्ते मादक पदार्थों की तस्करी करते है । पकड़े गए सभी आरोपी पिछले एक साल से नेपाल के  सुनित नामक व्यक्ति के संपर्क में है।सुनित द्वारा उन्हें डिलीवरी के लिए माल दिया जाता है। मादक पदार्थों की तस्करी की एवज में प्रत्येक तस्कर को प्रति किलो 12-12 हजार रुपए

मिलते हैं। गिरफ्तार हुए आरोपियों को मुरादनगर में माल डिलीवरी करने के बाद सहारनपुर जाना था। उसके बाद  वह हरियाणा और पंजाब भी जाते।  यूपी, दिल्ली, हरियाणा व पंजाब में खरीदारों की तलाश सुनित करता है। गिरफ्तार आरोपी डिलीवरी के लिए अक्सर बस एवं ट्रेनों में बैठकर दिल्ली-एनसीआर में आते हैं। बताया कि  माल खरीदार से रकम कभी कैश और  कभी खाते में  ट्रांसफर करा ली जाती थी। उन्होंने बताया कि तस्कर सुनित के अलावा चरस और अफीम के खरीदारों के विषय में पुलिस अभी जानकारी जुटा रही है।

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