मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया खेतों का दौरा, जानी धरतीपुत्र की व्यथा

‘ड्रोन व सेटेलाइट से भी करवाई जा रही ओलावृष्टि से खराब फसलों की गिरदावरी’

भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal) ने कहा कि बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं व सरसों की जो फसल बर्बाद हुई है, उसके लिए पहली बार ड्रोन व सेटेलाइट की मदद भी स्पेशल गिरदावरी के लिए जानकारी ली जा रही है। इन तकनीकों की मदद से काम जल्दी होगा तथा अगले दो माह में किसानों को उसके खराबे अनुसार मुआवजा दे दिया जाएगा। यह बात उन्होंने भिवानी (Bhiwani) में अपने तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन गाँव तिगड़ाना में खेतों में खराब फसल का मुआयना करने के बाद कही।

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मुख्यमंत्री अपने काफिले के साथ सोमवार को गाँव तिगड़ाना में जनसंवाद कार्यक्रम को पूरा करने के बाद धनाना जा रहे थे। इसी दौरान एक विस्तृत क्षेत्र में गेहूँ की फसल बरसात व ओलावृष्टि के कारण पूर्णतया बिछी हुई थी तथा फसल में काफी नुकसान था। इसी दौरान मुख्यमंत्री बीच रास्ते काफिले को रुकवाकर खेतों में चले गए तथा किसानों से बातचीत की। इस दौरान उनके साथ कृषि मंत्री जे.पी. दलाल व बवानीखेड़ा के विधायक विशंबर वाल्मिकी भी थे। मुख्यमंत्री ने गेहूं की ओलावृष्टि व बरसात से बिछी हुई फसल का मुआयना किया तथा किसानों से बातचीत कर उन्हें दो महीने में इस फसल के खराबे का मुआवजा दिलवाए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलावृष्टि के कारण अलग-अलग स्थानों से 25 से लेकर 100 प्रतिशत तक फसलों में खराबा हुआ है। किसानों को उनके खराबे के प्रतिशत के अनुपात में स्पेशल गिरदावरी की प्रक्रिया को पूरा कर मुआवजा दिलवाया जाएगा।

वहीं गांव तिगड़ाना के किसान दयानंद व तेलू ने बताया कि मुख्यमंत्री का काफिला यहां से गुजर रहा था तथा उनकी खराब फसल को देख मुख्यमंत्री ने उनके खेत का मुआयना किया है। उनकी फसल को काफी नुकसान हुआ है तथा ओलावृष्टि के कारण पूरी फसल बिछ गई है तथा इसकी कटाई होने में भी उन्हें दिक्कत हो रही है। मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा कि वे दो महीने में इसकी गिरदावरी का मुआवजा दिलवा देंगे तथा वे अपने क्षेत्र के नंबरदार से मिलकर गिरदावरी के लिए कहें, ताकि उचित मुआवजा मिल सकें।

कमीशनखोरी की दुकानें अब बंद

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने धनाना गाँव में कहा कि प्रदेश में विभिन्न विभागों की योजनाओं को आॅनलाइन कर दिया गया है। अब घर बैठे ही आमजन मोबाइल से आवेदन कर सकते हैं, इसके लिए कार्यालयों के चक्कर काटने नहीं पड़ते। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार में कमीशन खाने वालों की दुकान बंद कर दी गई हैं और पारदर्शिता के साथ विकास कार्यों को मूर्त रूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री भिवानी जिला के गांव धनाना में जन संवाद कार्यक्रम में ग्रामीणों से रूबरू हो रहे थे।

सीएम ने किया हरियाणवीं गीता का विमोचन

सोमवार प्रात: कालीन सत्र में स्थानीय विश्राम गृह में हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा पंडित लख्मीचंद सम्मान से विभूषित कवि एवं लेखक डॉ. वीएम बेचैन द्वारा हरियाणवीं में अनुवादित ‘म्हारी गीता म्हारा ज्ञान’ पुस्तक का मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विमोचन किया।

विमोचन करते हुए उन्होंने लेखक डॉ. वीएम बेचैन को शुभकामनाएं देते हुए इस हरियाणवी प्रयास की न केवल प्रशंसा की, बल्कि उन्होंने वहां मौजूद तमाम पदाधिकारियों के सामने पुस्तक में से पहले एक संस्कृत का कर्मण्यवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन नम: नामक चर्चित श्लोक पढ़ा फिर उस श्लोक की हरियाणवी पढ़कर सबको सुनाई। मुख्यमंत्री ने एकदम ठेठ हरियाणवी अंदाज में म्हारी गीता म्हारा ज्ञान का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश में हरियाणवी आम जनमानस की भाषा है। ऐसे में बेचैन द्वारा श्रीमद भगवतगीता को ठेठ हरियाणवी में अनुवाद करके आमजन मानस तक पहुचाने का सराहनीय प्रयास किया है।

एयरफोर्स जवान के अंतिम संस्कार में हुए शामिल

धनाना गाँव आते हुए रास्ते में मुख्यमंत्री तिगड़ाना गांव के स्वर्ग आश्रम में छुट्टी पर आए एयरफोर्स के जवान मुकेश के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मृतक वायु सेना के सिपाही के परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को हर सम्भव सहयोग सरकार देगी और मृतक के दोनों बच्चों की पढ़ाई में कोई दिक्कत न हो, यह भी सम्बंधित अधिकारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

हमने 50 लाख कमाने वाला रास्ता किया बंद

मनोहर लाल (Manohar Lal) ने बवानी खेड़ा में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान कहा कि सरपंच 4 महीने से ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे हैं। पहले 50-50 लाख लगाकर सरपंच बनते हैं, फिर उन्हें पूरा भी करते हैं। सरकार ने ई-टेंडरिंग लाकर सरपंचों के 50 लाख कमाने वाले रास्ते को बंद कर दिया है। इसके बाद सीएम ने लोगों से पूछा कि ई-टेंडरिंग शुरू करना सरकार का सही फैसला है या गलत?। इस पर लोगों ने सीएम के इस फैसले को हाँ कहकर सही बताया।

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