हरियाणा बिजली विभागों ने सुधार के बलबूते देश भर में हासिल किया दूसरा स्थान

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नौवीं डिस्कॉम्स इंटिग्रेटिड रेटिंग मेंं प्रदेश के इतिहास का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन: रणजीत चौटाला

  • गुजरात में बेहतर प्रदर्शन के लिए चार कंपनियां पहले स्थान पर रही

चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़)। प्रदेश में बिजली के क्षेत्र में काफी सुधार देखने को मिले हैं जिसकी बदौलत हरियाणा के बिजली वितरण निगम घाटे से उभर कर लाभ कमा रहे हैं और सुधारों के बलबूते केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई नौंवीं डिस्कॉम इंटिग्रेटिड रेटिंग में गुजरात के बाद हरियाणा दूसरे स्थान पर आ काबिज हुआ है। यह रेटिंग देशभर की 41 पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों की परफॉर्मेंस के आधार पर जारी की गई और वित्त वर्ष 2019-20 की रेटिंग में हरियाणा बिजली वितरण निगमों ने देश मे दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस बाबत जानकारी प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने दी।

चौटाला ने कहा कि प्रदेश के इतिहास में हरियाणा डिस्कॉम का यह अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार देर सायं केंद्रीय विद्युत, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने नौवीं डिस्कॉम्स इंटिग्रेटिड रेटिंग जारी की। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आई.सी.आर.ए. तथा एनालिस्टिक्स लिमिटेड और केयर एडवाइजरी रिसर्च एंड ट्रेनिंग लिमिटेड के सहयोग से देश की विभिन्न पावर कंपनियों के कार्यों समीक्षा की जाती है।

देश में इस तरह की पहली रैंकिंग वित्त वर्ष 2012-13 में की गई थी। सिंह ने बताया कि नौवीं डिस्कॉम्स इंटिग्रेटिड रेटिंग में गुजरात की चार कंपनियों के साथ राज्य की दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड को ए़ प्लॅस ग्रेड मिला है तथा उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड को ए ग्रेड प्राप्त करने में सफलता मिली है। देश के सभी राज्यों की परफॉर्मेंस में गुजरात की चारों कम्पनियों को पहला स्थान प्राप्त हुआ है और हरियाणा ओवरऑल दूसरे स्थान पर रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की परफॉर्मेंस काफी बेहतर हुई है।

इस आधार पर होती है रेटिंग

बिजली मंत्री ने बताया कि उचित रेटिंग के लिए कईं मानकों का अध्ययन किया जाता है। इसमें पहला मानक ऑपरेशनल व रिफॉर्म पेरामीटर है, जिसके लिए 43 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें लॉसिस के लिए पावर परजेज, कॉस्ट एफिसेंसी, आरपीओ कॉपींलेंस, कॉपोर्रेट गर्वनेंस शामिल हैं। इसका दूसरा एक्सटरनल पेरामीटर 15 स्कोर का है, जिसमें रेगुलेटरी तथा गर्वमेंट स्पोर्ट के अंक दिए जाते हैं। इसी प्रकार तीसरा 42 स्कोर का फाइनेंसियल पेरामीटर है, जिसमें कॉस्ट कवरेज रेसियो, इंटररेस्ट कवररेज रेसियो, ऑडिट, सस्टेनबिलिटी, रिसेवबल्स आदि शामिल हैं। हरियाणा के दोनों निगमों को बहुत उच्च परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन क्षमता के आधार पर अच्छी रैंकिंग मिली है।

प्रत्येक गांव-शहर में 24 घंटे बिजली पहुंचाना लक्ष्य

चौटाला ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश के प्रत्येक गांव-शहर में 24 घंटे बिजली पहुंचाना के लक्ष्य की ओर लगातार बढ़ रही है। सरकार ने बड़े पैमाने पर जनता को बिजली बिल भरने के लिए जागरूक व प्रोत्साहित किया है तथा बड़े स्तर छापेमारी से बिजली चोरी पर लगाम लगाई है। ऐसे में जनता और दोनों निगम फायदे में हैं। उन्होंने बताया है कि पॉवर फाइनेंस कारपोरेशन बिजली कंपनियों को लोन देता है और हर साल इन कंपनियों की कार्यप्रणालियों को लेकर नंबरिंग करता है। हरियाणा का बिजली विभाग लगातार अपनी सेवाओं और कार्यप्रणाली में ऐतिहासिक बदलाव एवं सुधार कर रहा है।

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