घटता वोट प्रतिशत चिंता का विषय
चुनाव आयोग की तमाम कोशिशों के बाद घटता वोट प्रतिशत चिंता का कारण है। लोकसभा चुनाव के तीन चरण बीत गये हैं, लेकिन इन तीनों चरणों में वोट प्रतिशत में कमी रिकार्ड की गयी है। गिरता वोट प्रतिशत किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए चिंता की बात है। चुनाव आयो...
पाकिस्तान को फिर झटका, आतंक पर व्यापार की चोट
यह उचित है कि भारत ने पाकिस्तान के साथ जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के जरिए उस पार से होने वाले सभी तरह के व्यापार को स्थगित कर दिया है। भारत ने यह कठोर कदम तब उठाया जब उसके संज्ञान में आया कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में बैठे हुए कुछ अराजक तत्व...
दो टूक: पत्रकारों के खिलाफ बढ़ती हिंसा
प्रेस को लोकतंत्र में सदैव चौथे स्तंभ की संज्ञा दी जाती रही है क्योंकि इसकी लोकतंत्र की मजबूती में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यही कारण है कि स्वस्थ और मजबूत लोकतंत्र के लिए प्रेस की स्वतंत्रता को बहुत अहम माना गया है लेकिन पेरिस स्थित 'रिपोर्टर्स...
नेताओं के लिए शैक्षणिक योग्यता तय करने में हर्ज क्या?
चुनावी दौर में जन प्रतिनिधियों की डिग्री पर फिर सवाल उठाए जाने लगे है। अल्प शिक्षित उम्मीदवारों पर तंज कसे जा रहे है।हालांकि नेता बनने के लिए कोई डिग्री तय नहीं है लेकिन जब देश को आधुनिक और पूर्ण शिक्षित राष्ट्र बनाने की पहल हो रही है तो फिर राज नेता...
नोटों से वोट, आज के जमाने में बस पैसा ही खुदा है
हमारे लोकतंत्र की चल रही नौटंकी में इस सप्ताह यह देखने को मिला कि राजनीति सबसे अच्छा धंधा है और हमारे नेतागणों की सबसे बड़ी संपत्ति उनकी झूठ बोलने की क्षमता है। सेन्टर फॉर मीडिया स्टडीज के अनुसार इस बार चुनावों में भारी धनराशि खर्च की जा रही है और यदि...
ज्ञान गंगा में गोते लगाना है तो पुस्तक से कीजिये दोस्ती
समय परिवर्तनशील है। पुस्तकें कल की बात होगई है। आज इंटरनेट का भूत युवा पीढ़ी पर सवार है। आज का युवा प्रेमचंद को नहीं जानता। महादेवी वर्मा, दिनकर , विमल चटर्जी , मन्मथनाथ गुप्त, शरत चंद्र को नहीं पहचानता। इसका एकमात्र कारण हमारी शिक्षा प्रणाली है। स्कू...
ईसाई समुदाय के प्रति इतनी नफरत क्यों?
श्रीलंका हमले की भयावह तस्वीर ईसाई-इस्लाम के बीच खिंचती नफरत की लकीर को दर्शा रही है। खुबसूरत मुल्क में आतंकियों ने आत्मघाती हमला नहीं, बल्कि ईसाई समुदाय के प्रति आतंकियों ने क्रूरता का परिचय दिया। न्यूजीलैंड में पिछले माह दो मस्जिदों में नमाज के दौर...
घायल धरती करे पुकार
मा नव जीवन में अगर कोई सम्बंध सर्वाधिक उदात्त, गरिमामय, पावन और प्रेमपूर्ण है तो वह है मां और पुत्र का सम्बंध। एक मां कभी भी अपनी संतान को भूखा-प्यासा, बेबस और कष्ट का जीवन जीते नहीं देख सकती और ऐसा कोई पुत्र भी नहीं होगा जो मां की कराह सुन व्याकुल औ...
दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन की संभावनाएं धूमिल होने से दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर एक बार फिर त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार बढ़ गये हैं। आप के पिछले आम चुनाव में पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था और 2009...
जनमत निर्माण का कार्य जनसंपर्क का है
जनसम्पर्क शब्द को लेकर देश में अनेक भ्रांतिया उत्पन्न हो रही है। लोग इस शब्द की व्याख्या अपने अपने तरीके से कर रहे है। कुछ लोग इसे अपने व्यवसाय से जोड़ कर देखते है तो कुछ छवि निर्माण के लिए। पुराने समय में राजाओं के चारण भाट भी कुशलता पूर्वक यह कार्य ...
चुनाव आयोग की क्षमता पर उठते सवाल
चुनाव के दौरान देश के लोकतांत्रिक महोत्सव की गरिमा गिराते तमाम राजनीतिक दलों के बड़बोले नेताओं पर लगाम लगाने के लिए जो कदम चुनाव आयोग द्वारा बहुत पहले ही उठा लिए जाने चाहिएं थे। अंतत: सुप्रीम कोर्ट के सख्त रूख के बाद आयोग को चुनावों की शुचिता बरकरार र...
चिंता का सबब बनते लगातार होते मिग हादसे
गत दिनों भारतीय वायुसेना का एक और मिग विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दरअसल मिग-27 यूपीजी विमान ने उतरलाई वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी ही थी कि उसके इंजन में एकाएक खराबी आ गई राजस्थान में जोधपुर के पास दुर्घटना का शिकार हो गया। हालांकि इस हादसे में पायलट ...
भोपाल में दिग्विजय सिंह की पुख्ता होती जमीन
विवादित बयानों से निरंतर वास्ता रखने वाले कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह मध्य-प्रदेश की राजधानी भोपाल से प्रत्याशी हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के बड़े नेताओं को आग्रह किया था कि वे अपने परंपरागत गढ़ छोड़कर ऐसी सीटों से चुनाव लड़ें, जहां दशकों से...
सोशल मीडिया से चुनाव जीतने की जुगत
ज्यों ज्यों मतदान के चरण आगे बढ़ते जा रहे हैं सोशल मीडिया और अधिक सक्रिय होता जा रहा है। मजे की बात यह है कि एक दूसरे को जोड़ने, नजदीक लाने, सूचनाओं के तत्काल आदान-प्रदान का क्रांतिकारी माध्यम सोशल मीडिया मतदाताओं में भ्रम की स्थिति पैदा करने का माध्यम...
राजनीति में जाति का जयकारा
भारत का समाज जाति आधारित है और यहां चुनावों में जाति को काफी महत्व दिया जाता है। राजनीति भी जाति के प्रभाव से मुक्त नहीं है और टिकटों के बंटवारे से मतदान तक में जाति का प्रभाव नजर आता है। देश में छात्र संघों के चुनाव से लेकर पंच, सरपंच, नगर पालिका, व...