नेताओं के बिगड़ते बोल
साध्वी प्रज्ञा ने करीब पांच महीने पहले भी नत्थुराम गोड़से को देशभक्त था,
है और रहेगा कहा था। तब भाजपा ने इस ब्यान से पल्ला झाड़कर और
साध्वी को चेतावनी देकर इतिश्री कर ली थी।
महाराष्ट्र में विचित्र सियासी गठबंधन
झूठ और धोखे के इस खेल में भाजपा, राकांपा, शिव सेना और कांग्रेस ने
आज के भारत के सच को उजागर किया है कि सत्ता ही सब कुछ है।
आप यह भी कह सकते हैं कि यही लोकतंत्र है


























