Nuh: कड़ी सुरक्षा के बीच किया नल्हड़ेश्वर मंदिर में जलाभिषेक

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नूंह के नल्हड़ स्थित शिव मंदिर में जलाभिषेक करते संत व विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार।

Nuh: मंदिर में विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष भी पहुंचे

  • शाम 4 बजे तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर रहा बैन | Nuh 

गुरुग्राम (सच कहूँ/संजय कुमार मेहरा)। जिस मंदिर में जलाभिषेक को लेकर करीब एक महीने पर हिंसा हुई थी, सावन के अंतिम सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच वहां पटौदी आश्रम हरि मंदिर के अधिष्ठाता महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव के नेतृत्व में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने मंदिर में जलाभिषेक किया। Nuh News

सोमवार को जलाभिषेक कार्यक्रम को देखते हुए नल्हड़ स्थित मंदिर के बाहर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया। जलाभिषेक के लिए हिंदू संगठनों की तैयारी तो भारी-भरकम अमले के साथ मंदिर जाने की थी, लेकिन सरकार के निर्देशों पर पुलिस और प्रशासन ने ऐसा नहीं होने दिया। गुरुग्राम समेत अन्य जगहों से विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और सर्व जातीय हिंदू महापंचायत के आह्वान पर लोगों ने सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा निकालकर नल्हड़ मंदिर में जलाभिषेक करने के प्रयास किए। Jalabhishek in Nalhadeshwar temple

इस दौरान पुलिस और प्रशासन सतर्क रहे। सावन के आखिरी सोमवार को नल्हड़ शिव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए गुरुग्राम की तरफ से लोग जा रहे थे। बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई थी। सोहना से पहले घामड़ौज टोल पर ही लोगों को पुलिस ने रोकना शुरू कर दिया। सिर्फ उसी क्षेत्र के वाहनों को ही जाने की अनुमति दी गई। परमहंस आचार्य भी वहां पहुंचे, जो नल्हड़ जाने की जिद पर अड़े थे। पुलिस ने जब उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया तो घामड़ोज टोल पर ही धरना देकर बैठ गए।

गुरुग्राम-नूंह मार्ग पर घामड़ौज टोल के पास पुलिस द्वारा आगे जाने से रोके गए लोग।

नूंह की तरफ जाने वाले सड़क रही सुनसान | Nuh News

नूंह के नल्हड़ में जलाभिषेक के लिए पूर्व में की गई घोषणा के तहत सुरक्षा काफी कड़ी की गई थी। नूंह की तरफ जाने वाले रास्तों पर सुरक्षा के चलते किसी बाहरी को आगे जाने की इजाजत नहीं थी। इसलिए सड़कें सुनसान ही रही। स्कूल, कॉलेज और बैंक आदि भी बंद करके धारा 144 लागू की गई थी। मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बाधित रहीं।

गुरुग्राम में घरों में नजरबंद किए हिंदू संगठनों के नेता

गुरुग्राम। सोमवार को नूंह के नल्हड़ स्थित मंदिर में जलाभिषेक यात्रा निकालने से पूर्व ही गुरुग्राम पुलिस ने कई हिंदू नेताओं को घर में ही नजरबंद कर दिया। उनके घरों के पुलिस काफी पुलिस तैनात की गई। उन्हें नूंह जाने की इजाजत नहीं दी गई।

सोमवार को यहां सेक्टर-14 में बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान, पूर्व बीजेपी नेता एवं हिंदू संगठनों से जुड़े कुलभूषण भारद्वाज को भी उनके घर में नजरबंद किया गया। कुलभूषण भारद्वाज ने सरकार की इस कार्यवाही का विरोध किया। सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार जलाभिषेक यात्रियों को सुरक्षा देने की बजाय इस तरह से नजरबंद करवा रही है। यह तानाशाही है।

उन्होंने कहा कि जिस तरह की सुरक्षा सरकार आज करके दिखा रही है, अगर 31 जुलाई को ऐसी सुरक्षा होती तो दंगे ही ना होते। उन्होंने अपने खिलाफ हेट स्पीच को लेकर हुए केस दर्ज पर कहा कि अगर हिंदुओं की आवाज उठाना हेट स्पीच है तो वे हिंदुओं के हित में बोलते रहेंगे।

नूंह में एसआई की हार्ट अटैक से मौत

नूंह (सच कहूँ न्यूज)। सोमवार को नूंह में ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा को लेकर तनाव की स्थिति के बीच एक पुलिस अधिकारी का निधन हो गया। ड्यूटी पर मुस्तैदी से तैनात एक सब-इंस्पेक्टर का हृदय गति रुकने से निधन हो गया। जानकारी के अनुसार नगीना थाना के एडिशनल एसएचओ हकीमुद्दीन ड्यूटी पर मुस्तैदी से तैनात थे। कानून व्यवस्था संभाले हुए थे। उनके अधीनस्थ काफी पुलिसकर्मी वहां पर ड्यूटी दे रहे थे। ड्यूटी के दौरान ही सब-इंस्पेक्टर हकीमुद्दीन की तबियत खराब हो गई। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके निधन पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी दु:ख जताते हुए उनकी आत्मा की शांति की कामना की।

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