जालंधर का ‘किंग’ कौन?

Jalandhar Lok Sabha by-election
सुरक्षा का जायजा लेते हुए पुलिसकर्मी।

सुबह 8 बजे शुरु हो जाएगी मतगणना

  • जालंधर लोकसभा उपचुनाव के नतीजे आएंगे कल, परिणामों का पड़ेगा पार्टियों पर असर

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जालंधर (Jalandhar) में हुए लोकसभा के चुनाव परिणाम आज यानी शनिवार को आ जाएंगे। परिणाम कुछ भी हो लेकिन इसका सभी राजनीतिक पार्टियों पर असर पड़ना तय हैं। सबसे बड़ा असर सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी पर पड़ना तय हैं।

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जालंधर उप चुनाव (Jalandhar Lok Sabha by-election) में चार राजनीतिक पार्टियां अपना भाग्य आजमा रही थी। सबसे बड़ी चुनौती सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी के लिए हैं। क्योंकि विधानसभा में सरकार बनाने के बाद पिछले वर्ष आप ने पहला उप चुनाव मुख्यमंत्री भगवंत मान के गृह क्षेत्र में लड़ा गया, जो हार गई। ऐसे में आप के लिए दूसरा उप चुनाव सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। आप अगर यह चुनाव हारती हैं तो सरकार से लेकर पार्टी तक में बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता हैं। क्योंकि चुनाव के दौरान भी देखने को मिला की पार्टी के बाद बूथ पर बैठाने के लिए नेता व कार्यकर्ता नहीं थे।

वहीं, चुनाव परिणाम का असर कांग्रेस पर भी देखने को मिलेगा। अगर कांग्रेस चुनाव जीतती हैं तो पार्टी में एकता कायम रहेगी और अगर कांग्रेस चुनाव हारती हैं तो वरिष्ठ नेताओं में एक बार फिर खींचतान शुरु हो सकती हैं। जिसका मुख्य कारण यह भी हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस छोड़ने के बाद से कांग्रेस को अभी तक कोई दमदार मुखिया नहीं मिल पाया है। वहीं, इस चुनाव के परिणाम से ही तय होगा कि क्या भविष्य में भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल का गठबंधन हो सकता हैं या नहीं। भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने और लगातार दो विधानसभा और एक लोकसभा का उप चुनाव हारने के बाद शिरोमणि अकाली दल का राजनीतिक ग्राफ तेजी से नीचे गिरा। शिअद ने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन करके अपनी खोई ही राजनीतिक जमीन को तो पाने की कोशिश की हैं लेकिन सारा दारोमदार जालंधर लोक सभा के उप चुनाव पर टिका हुआ हैं।

वहीं, पहली बार जालंधर लोकसभा का चुनाव लड़ रही भाजपा के लिए भी चुनाव परिणाम बेहद महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि शिअद के साथ गठबंधन में रहते हुए भाजपा हमेशा ही जालंधर शहरी की तीन सीटों (जालंधर पश्चिम, जालंधर उत्तरी और जालंधर सेंट्रल) पर ही चुनाव लड़ती थी। 2022 में जरुर भाजपा ने अपना दायरा बढ़ाया लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा को कोई खास मत नहीं पड़े। ऐसे में उपचुनाव के जरिये भाजपा ने गांव क्षेत्रों में अपना आधार बनाने पर जोर दिया हैं ताकि 2024 में पार्टी अपने दम पर खड़ी हो सके।

मतगणना को लेकर शहर में सुरक्षा कड़ी

मतगणना को लेकर शहर सुरक्षा के मद्देनजर अन्य सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी और कपूरथला रोड (Kapurthala Road) पर स्थित डायरेक्टर लैंड रिकॉर्ड और स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर के कार्यालय में स्थापित मतगणना केंद्रों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बता दें कि चुनाव में खड़े हुए 19 उम्मीदवारों में चार उम्मीदवार प्रमुख हैं, पहले आप के सुशील रिंकू, कांग्रेस की करमजीत कौर चौधरी, भाजपा के इंदर इकबाल सिंह अटवाल और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के सुखविंदर कुमार सुखी। ज्ञातव्य है कि जालंधर सीट जनवरी में कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी के निधन के बाद खाली हुई थी।