कन्हैयालाल हत्याकांड: आरोपियों को आक्रोशित वकीलों ने जमकर धुना, एनआईए को मिली 10 दिन की रिमांड

जयपुर (सच कहूँ न्यूज)। उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड मामले के चार आरोपियों को आज यहां राष्ट्रीय अनुसंधान एजेंसी (एनआईए) को दस दिन के लिए रिमांड पर सौंप दिया गया। एनआईए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इस मामले के मुख्य आरोपी रियाज अख्तारी एवं गौस मोहम्मद तथा दो अन्य आरोपी मोहसिन एवं आसिफ को दोपहर एक बजे बाद एनआईए के विशेष कोर्ट में लेकर आई और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां अदालत ने आरोपियों को 12 जुलाई तक एनआईए हिरासत में भेज दिया गया। पेशी के बाद जब एनआईए आरोपियों कोर्ट से लेकर जा रही थी तभी आक्रोशित वकीलों ने आरोपियों के साथ धक्कामुक्की, कपड़े एवं बाल खींचने की कोशिश की गई। इस दौरान कोर्ट परिसर में पुलिस का भारी जाब्ता तैनात किया हुआ था लेकिन जब आरोपियों को गाड़ी बैठाने लगे तब कुछ वकील उन तक पहुंच गये और उनके आरोपी के बाल एवं कपड़े खींचने की कोशिश हुई। उल्लेखनीय है कि गत 28 जून को कन्हैयालाल की हत्या के बाद राज्य सरकार ने विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन कर जांच शुरू की थी लेकिन बाद में आरोपियों के तार दूसरे देशों से भी जुड़े होने के कारण इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई।

भाजपा का रियाज से कोई लेना देना नहीं: सादिक

राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एम सादिक खान ने कहा है कि उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड मामले के मुख्य आरोपी रियाज का भाजपा से कोई लेना देना नहीं हैं। खान ने रियाज के भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया के साथ फोटो होने के मामले में आज यहां प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों में बहुत से लोग आते हैं और किसी का नेता के साथ फोटो होना यह तय नहीं करता कि वह पार्टी का कार्यकर्ता हैं। उन्होंने अपनी पार्टी की सदस्यता की रसीद दिखाते हुए कहा कि अगर कोई पार्टी का कार्यकर्ता है तो उसके पास इस तरह की रसीद होगी।

उन्होंने कहा कि कन्हैयालाल हत्याकांड का आरोपी रियाज के मन में खोट हैं जभी तो उसने वर्ष 2013 में अपनी मोटरसाइकिल के नम्बर 2611 लिया जो मुम्बई आतंकवादी हमले की तारीख हैं। उन्होंने कहा कि मन में कोई खोट रहा होगा तभी यह नम्बर अतिरिक्त पैसे देकर लिया गया। उन्होंने कहा कि क्या पता वह कार्यक्रमों में भीड़ में रैकी करने आया हो। उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा और इन आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि एक नजीर पेश हो। उन्होंने कहा कि इस मामले को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जा सकता है क्योंकि किसी भी धर्म में नहीं हैं कि निर्दोष को मार दो। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब कन्हैयाला ने सुरक्षा मांगी, तब उन्हें सुरक्षा दी जाती तो आज यह दिन देखना नहीं पड़ता। घटना के बाद आज प्रदेश में नेटबंद हैं और प्रदेश के लोग परेशान हैं और जो माहौल बना है उसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सत्ता का लालच छोड़कर प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम करनी चाहिए।

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