शहीद डीएसपी सुरेंद्र सिंह का राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार

हिसार। (सच कहूँ/संदीप सिंहमार) तावडू क्षेत्र के पंचगांव में अवैध खनन रोकने की कार्रवाई के दौरान शहीद हुए हरियाणा पुलिस के डीएसपी सुरेंद्र सिंह का वीरवार को उनके पैतृक गांव सारंगपुर में अंतिम संस्कार किया गया। बिश्नोई समाज के धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार उनके शव को मिट्टी दी गई। पुलिस की टुकड़ी द्वारा शस्त्र उलटे करके व हवा में गोलियां दागकर उन्हें अंतिम सलामी दी गई। भारी बारिश होने के बावजूद भी अंतिम दर्शनों व शहादत को सलाम करने के लिए हजारों की संख्या में आसपास के गांवों से लोगों को हुजूम उमड़ पड़ा।

वीरवार को जैसे ही हिसार नागरिक अस्पताल से उन की शव यात्रा शुरू हुई तो रास्ते में शहीद सुरेंद्र अमर रहे किनारों के उद्घोष के साथ लोग श्रद्धांजलि देते रहे। इस दौरान डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा डीएसपी सुरेन्द्र सिंह को शहीद का दर्जा देने,एक करोड़़ रूपये की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की जा चुकी हैं। इस मामले से जुड़े दो व्यक्तियों को गिरफतार किया जा चुका है तथा शेष लोगों को भी शीघ्र गिरफतार कर लिया जाएगा। अवैध माईनिंग से जुड़े व्यक्तियों के विरूद्व सरकार द्वारा सख्त कार्यवाही की जाएगी।

पुलिस महानिदेशक ने बेटे सिद्धार्थ को सौंपा शहादत का प्रतीक तिरंगा

अंतिम संस्कार के दौरान शहीद सुरेंद्र को बिश्नोई समाज के अनुसार मिट्टी देने से पहले हरियाणा के पुलिस महानिदेशक पी.के. अग्रवाल ने उनके बेटे सिद्धार्थ को शहादत का प्रतीक जब तिरंगा सौंपा तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। बेटे सिद्धार्थ ने नम आंखों से गर्व के साथ तिरंगा स्वीकार किया। शहीद डीएसपी सुरेन्द्र सिंह के अंतिम संस्कार में उन्हें श्रद्वासुमन अर्पित करने डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, पुलिस महानिदेशक पी.के. अग्रवाल ,विधायक दुड़ाराम, विधायक कुलदीप बिश्रोई, मेयर गौतम सरदाना, मण्डलायुक्त चन्द्रशेखर, आईजी राकेश आर्य, हिसार पुलिस अधीक्षक लोकेन्द्र सिंह, नूंह के पुलिस अधीक्षक वरूण सिंगला, प्रोफेसर सम्पत सिंह, सोनाली फोगाट सहित अनेक गणमान्य नागरिक पहुंचे थे।

हर दोषी के खिलाफ की जाएगी सख्त कार्रवाई -डीजीपी

पुलिस महानिदेशक पी. के. अग्रवाल ने कहा कि डीएसपी सुरेन्द्र सिंह एक दिलेर एवं जाबांज अधिकारी थे। वे सदैव अपनी डियूटी के प्रति वफादार रहे। अवैध माईनिंग की सूचना मिलने के उपरांत वे शीघ्र मौके पर पहुंचे और जब वे दोषी व्यक्तियों को पकडऩे का प्रयास कर रहे थे, इस दौरान वे शहीद हो गए।

उन्होंने बताया कि इस प्रकरण की गहराई से जांच की जाएगी तथा जो भी व्यक्ति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इसमें संलिप्त पाए जाएंगे, उनके विरूद्व सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। डीजीपी ने कहा कि अवैध माईनिंग पर अंकुश लगाने को लेकर विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया गया है। क्षेत्र के गांवों में अवैध माईनिंग से जुड़े दोषी व्यक्तियों के वाहन,औजार जब्त करने के साथ-साथ सख्त कार्यवाही भी की जाएगी।

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