गुरु दर्शनों को तड़प रही नेपाल की साध-संगत

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नामचर्चा के दौरान दिल में आया पूज्य गुरु जी के प्रति वैराग्य

साध-संगत ने हाथ खड़े कर कहा, अब नहीं होता इंजतार, हमें दर्शन दे दो…

काठमांडू (सच कहूँ न्यूज)। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के देह रूप में दर्शनों की अरदास पूरे विश्व में मौजूद सवा 6 करोड़ से भी अधिक डेरा श्रद्धालुओं द्वारा श्वास-श्वास में की जा रही है। ऐसी गुरु भक्ति का नजारा रविवार को उत्तर पूर्व में स्थित पड़ोसी राष्ट्र नेपाल (nepal naamcharcha) में भी देखने को मिला।दीवानगंज व खेश्रहा में आयोजित नामचचाओं के दौरान साध-संगत तब भावुक हो उठी जब सभी ने हाथ खड़े कर भगवान के अरदास कि की हमारे सतगुरु जी जल्द ही हमें देह रूप में आकर दर्श दें। हमें इंसानियत के मार्ग पर आगे बढ़ने की शिक्षा दें। हमारा मार्गदर्शन करें ताकि हमें समाज व देश का भला कर सके। नामचर्चा में जैसे ही कविराज ने शब्द गाया कि ‘‘आ लौट के आजा मेरे मीत तुझे मेरे गीत बुलाते हैं’’ तो साध-संगत भावुक हो उठी। नामचर्चा में मौजूद हर आंख में गुरु दर्शनों की प्यास साफ झलक रही थी।

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‘पूज्य गुरु जी पर हमारा ‘अटूट विश्वास’ कोई नहीं तोड़ सकता’

नामचर्चा के दौरान बढ़ी संख्या में साध-संगत ने शिरकत कर सतगुरु का गुणगान किया। इससे पूर्व नामचर्चा का शुभारंभ ब्लॉक भंगीदास ने पावन नारा ‘‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’’ बोलकर किया। जिसके बाद कविराजों ने विनती भजन के साथ रामनाम का गुणगान किया।नामचर्चा में जिम्मेवारों ने साध-संगत को संबोधित करते हुए कहा कि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने हमेशा इंसानियत का पाठ पढ़ाया है। जिस पर चलते हुए आज भी साध-संगत दिन-रात मानवता भलाई के कार्यों में लगी हुई है। आज भी हम पूज्य गुरु जी के अडोल आशिक हैं और हमारा दृढ़ विश्चास सदा अपने गुरु जी के प्रति बना रहेगा। साध-संगत अब दोगुनी रफ्तार के साथ मानवता भलाई के कार्य करेगी।

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