बांग्लादेश इस्कॉन मंदिर पर हुए हमले के मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं

Bangladesh ISKCON Temple sachkahoon

ढाका (एजेंसी)। बंगलादेश की राजधानी ढाका स्थित इस्कॉन मंदिर पर हमले और तोड़फोड़ में मामले में पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है, हालांकि मामला दर्ज किया गया है और मंदिर में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने रविवार को यह जानकारी दी। करीब 70-80 की संख्या में सशस्त्र भीड़ ने गुरुवार शाम राधाकांता मंदिर पर धावा बोला और श्रद्धालुओं को धमकाया और पीटा। इसके साथ ही मंदिर परिसर में तोड़फोड़ और लूटपाट भी की।

बंगलादेश में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के एक अधिकारी ने आरोप लगाया कि हमले में तीन भक्त घायल हो गए। उन्होंने कहा कि पुलिस के मौके पर पहुंचने के बावजूद भीड़ ने वारी पुलिस स्टेशन के तहत लालमोहन साहा स्ट्रीट पर स्थित मंदिर में दो घंटे से अधिक समय तक तोड़फोड़ की। प्राप्त हुयी प्राथमिकी के मुताबिक मोहम्मद सफीउल्लाह और मोहम्मद इसरफ सूफी तथा 70-80 के खिलाफ अज्ञात व्यक्ति वारी थाने में गैरकानूनी जनसमूह, अतिचार, हत्या के प्रयास, चोरी, आपराधिक धमकी, जानबूझकर चोट पहुंचाने और शरारत करने से संबंधित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया गया है।

क्या है मामला

मामला लालमोहन साहा स्ट्रीट पर रहने वाले इस्कॉन भक्त सुमंत्र चंद्र की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है। चंद्र के हमले में गंभीर रूप से घायल होने का आरोप लगाया गया है। बासठ वर्षीय सफीउल्लाह और 31 वर्षीय इसराफ भी इसी इलाके के निवासी है। इस्कॉन, बंगलादेश के महासचिव चारु चंद्र दास ब्रह्मचारी ने आरोप लगाया कि बदमाश भाग सके, क्योंकि स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनी रही और शुरू में मीडिया से बात करते हुए इस घटना के घटित होने से इनकार किया।

उन्होंने कहा, ‘जब गुरुवार आधी रात के आसपास घायल श्रद्धालु पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने गए, तो पुलिस ने शुरूआत में टालमटोल किया और अगले दोपहर ही मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बदमाशों ने देवी सरस्वती की मूर्ति तोड़ डाली है।

वहीं, बंगलादेश हिंदू बौद्ध ईसाई ओक्या परिषद के नेताओं ने भी दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है और आरोप लगाया है कि हमला देश की सत्तारूढ़ अवामी लीग की छत्रछाया में हुआ है। हिंदू कल्याण फाउंडेशन, बंगलादेश सनातन कल्याण जोटे और अन्य हिंदू संगठनों ने शनिवार दोपहर नेशनल प्रेस क्लब के सामने मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया।

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