सिसोदिया पर लगे केस में कोई सच्चाई नहीं: केजरीवाल

Arvind Kejriwal

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच की सिफारिश किए जाने पर कहा कि वह बेहद कट्टर ईमानदार और देशभक्त आदमी हैं, उन पर लगा मामला बिल्कुल झूठा है और उसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं हैं। केजरीवाल ने उपराज्यपाल द्वारा सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश किए जाने को लेकर आज संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि मीडिया से मुझे पता चला कि इन लोगों ने उनके खिलाफ सीबीआई को कोई केस भेजा है और सीबीआई कुछ दिनों के अंदर सिसोदिया को गिरफ्तार करने वाली है। मैंने तो तीन-चार महीने पहले ही बता दिया था।

इनके लोगों ने हमें बताया था कि सिसोदिया को जल्द ही गिरफ्तार करने वाले हैं। मैंने अपने कई भाषणों में और विधानसभा में कहा था कि ये लोग शिक्षा मंत्री को गिरफ्तार करने वाले हैं। अब हमारे देश के अंदर एक नया सिस्टम लागू हुआ है। पहले यह तय किया जाता है कि किस आदमी को जेल भेजना है और फिर उसके खिलाफ एक मन गढ़ंत झूठा केस बनाया जाता है और उसे जबरदस्ती जेल भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि मीडिया से अभी तक मुझे पता चला है कि जो आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं, मैंने वो सारी जांच करायी। पूरा का पूरा केस बिल्कुल झूठा है।

जब दिल्ली के अंदर आम आदमी पार्टी की सरकार बनी

उसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। मैं सिसोदिया को 22 साल से जानता हूं। वह एक बेहद ईमानदार, कट्टर देशभक्त आदमी हैं। हमारे देश में पिछले 75 साल में इन सारी पार्टियों और सरकारों ने मिलकर सरकारी स्कूलों का बेड़ा गर्क कर दिया था। इन लोगों ने सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल कर दिया था। इन सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले करोड़ों गरीबों के बच्चों का भविष्य अंधकार में था। पहली बार जब दिल्ली के अंदर आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तब दिल्ली के अंदर भी सरकारी स्कूलों को बहुत बुरा हाल था। सिसोदिया ने रात-दिन मेहनत करके दिल्ली के सरकारी स्कूलों में सुधार किया। सरकारी स्कूलों को ऐसा बनाया कि अब अमीर लोग भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भर्ती करा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिसोदिया ने केवल दिल्ली के स्कूल ठीक नहीं किए, बल्कि देश के करोड़ों-करोड़ बच्चों को एक उम्मीद दी है कि सरकारी स्कूल भी ठीक हो सकते हैं और गरीबों के बच्चों का भविष्य भी अच्छा हो सकता है। सुबह छह बजे वह अपने घर से निकल जाते हैं और अलग-अलग सरकारी स्कूलों के अंदर दौरा करते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि इस दुनिया में ऐसा कौन से व्यक्ति है, जो सुबह छह बजे उठकर स्कूलों के दौरे पर निकल जाता है और बच्चों का भविष्य बनाना चाहता है। ये लोग यह समझ लें कि हमें जेल से डर नहीं लगता है। जेल से इनको डर लगता होगा।

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