अब स्कूलों में ब्लैक बोर्ड को बाय-बाय!

Now bye-bye to black boards sachkahoon

मॉडल स्कूलों के पश्चात जिला के 36 और स्कूलों के लिए पहुंचे 91 डिजिटल बोर्ड

सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। राजकीय विद्यालयों के बच्चों को जो कक्षाएं कभी बोझिल लगती थी। वहीं अब उन्हें अपनी ओर आकर्षित कर रही है। ऐसा बदलाव आया है स्मार्ट क्लास प्रोजेक्ट से। ये स्मार्ट क्लास किसी निजी स्कूलों में नहीं। बल्कि राजकीय विद्यालयों में देखने को मिल रही है। राजकीय स्कूलों मेेंं विद्यार्थियों की पढ़ाई बिल्कुल स्मार्ट तरीके से स्मार्ट टीवी पर हो रही है। मॉडल स्कूलों के पश्चात अब जिला के 36 और राजकीय विद्यालयों के लिए 91 डिजिटल बोर्ड की खेप स्कूलों में पहुंच चुकी है। जिसके माध्यम से विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। अब सरकारी स्कूल के बच्चे भी महंगे निजी स्कूलों के बच्चों को टक्कर देंगें।

आधुनिकता के साथ रोचक हुई पढ़ाई

सरकारी स्कूल व निजी स्कूल कोविड 19 को लेकर बंद थे। अब स्कूल खुलते ही स्कूलों में स्मार्ट क्लास से पढ़ाई करवाई जा रही है। स्मार्ट क्लास में आधुनिक पाठ्य सामग्री को बच्चों के लिए बेहद रोचक बनाया गया है। जो कविताएं व पहाड़ा उन्हें रटाया जाता था, उसे अब बच्चे गाकर पढ़ रहे हैं। साउंड सिस्टम और प्रोजेक्टर व टीवी स्क्रीन पर बच्चों को जो पढ़ाया जाता है, वही लिखा हुआ देखते हैं और सटीक उच्चारण भी सुनाई देता है। इससे जहां बच्चों को मस्ती-मस्ती में पढ़ाना रोचक हुआ, वहीं बच्चे भी तेजी से सीख रहे हैं। इस पाठ्यक्रम में बच्चों के लिए मूल्यों की शिक्षा भी दी जा रही है, जिससे उन्हें सदाचार व आचरण भी साथ-साथ सिखाया जा सके।

रोचक हुआ विषयों को पढ़ना-पढ़ाना

सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास पाठ्यक्रम में हिंदी व अंग्रेजी विषयों के पाठ्यक्रम को शामिल किया हुआ है। शिक्षक कक्षा में जो भी पढ़ाती हैं, उसका प्रैक्टिकल भी बच्चों को उसी समय दिखाने व समझाने में सक्षम है। विषयों में अब इक्वेशन के एप्लीकेशन को विजुअल सपोर्ट के साथ क्लास में ही दिखाया जाता है, जिससे हर क्रिया पर होने वाली प्रतिक्रिया भी उसी समय दिख जाती है।

अध्यापकों को दिया गया प्रशिक्षण

सरकारी स्कूल में स्मार्ट क्लास शुरू करने से पूर्व सभी अध्यापकों को प्रशिक्षित किया गया है। इससे उन्हें स्मार्ट क्लास में बच्चों को ढालने में सहजता हो रही है। पांच कक्षाओं में स्मार्ट क्लास चलने से सभी शिक्षिकाएं सभी कक्षा को इससे जोड़ रही हैं। पुलिस लाइन स्थित राजकीय मिडल स्कूल की इंचार्ज रेखारानी ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई रुचिकर ही होनी चाहिए और हमें स्मार्ट क्लास में बढ़ी हुई रुचि दिख रही है। स्मार्ट क्लास से बच्चों को काफी फायदा मिल रहा है। बच्चे भी बड़ी लगन से कक्षा लगते हैं।

स्कूल का नाम                             डिजिटल बोर्ड की संख्या

एएमएसएसएस झिड़ी                                  2
जीएसएसएस बड़ागुढां                                 3
जीएसएसएस रोड़ी                                     3
एएमएसएसएस कालुआना                             2
जीजीएसएसएस चौटाला                               3
जीजीएसएसएस डबवाली                              3
जीएसएसएस बिज्जूवाली                               2
जीएसएसएस चौटाला                                  3
जीएसएसएस डबवाली गाँव                            3
जीएसएसएस देसूजोधा                                 2
जीएसएसएस गोरीवाला                                3
जीएसएसएस कालुआना                               2
जीएसएसएस रिसालियाखेड़ा                          3
जीजीएसएसएस ऐलनाबाद                            3
जीएसएसएस भुरटवाला                               2
जीएसएसएस धोलपालियां                             3
जीएसएसएस तलवाड़ा खुर्द                           3
एएमएसएसएस नाथूसरी कलां                        2
जीएसएसएस दड़बा कलां                            2
जीएसएसएस गुड़िया खेड़ा                           2
जीएसएसएस जमाल                                  2
जीएसएसएस रूपावास                               3
एएमएसएसएस श्री जलालआणा                      2
जीजीएसएसएस कालांवाली                           3
जीएसएसएस नुहियांवाली                             2
जीएसएसएस पन्नीवाला मोटा                         2
जीजीएसएसएस रानियां                               3
जीएसएसएस खारियां                                 3
जीजीएसएसएस सरसा                                3
जीएसएसएस भरोखां                                  2
जीएसएसएस भावदीन                                2
जीएसएसएस दड़बी                                  2
जीएसएसएस कंवरपुरा                               3
जीएसएसएस नेजाडेलां कलां                         3
जीएसएसएस माधोसिघाना                            2
जीएसएसएस पतलीडाबर                             3

‘‘समग्र शिक्षा अभियान के सहायक जिला परियोजना समन्वयक नरेंद्र सिंह शम्मी ने बताया कि मॉडल स्कूलों के बाद जिला के 36 और सरकारी स्कूलों के लिए 91 डिजिटल बोर्ड पहुंचे है। जिन्हें जल्द स्कूलों में इंस्टॉल किए जाएंगे। डिजिटल बोर्ड के माध्यम से विद्यार्थियों की पढ़ाई आसान होगी।

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