Odisha Train Accident: 42 साल का सबसे बड़ा ट्रेन हादसा, वजह का हुआ खुलासा

Odisha Train Accident 
42 साल का सबसे बड़ा ट्रेन हादसा, वजह का हुआ खुलासा Odisha Train Accident 

ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 244 हुई, राजकीय शोक की घोषणा | train Accident

Coromandel Express Accident ओड़िशा में बालासोर (Balasore) के बहानागा में शुक्रवार शाम हुई (Odisha Train Accident) ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 244 हो गई। राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा की गई है। बालासोर के कलेक्टर डी बी शिंदे ने कहा कि अब तक दुर्घटनास्थल से 244 शव निकाले जा चुके हैं। दुर्घटनास्थल राजधानी से करीब 200 किलोमीटर दूर है। इससे पहले ओड़िशा के मुख्य सचिव पी के जेना ने एक ट्वीट में ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 233 और घायलों की संख्या 900 बताई थी। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार दुर्घटना में 900 से अधिक यात्रियों को बचाया गया है और उन्हें इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

सूत्रों ने कहा कि हताहतों की संख्या बढ़ने की संभावना है (Odisha Train Accident) क्योंकि दुर्घटनास्थल पर एक जनरल बोगी आधी दबी हुई है और उसमें से शवों को निकालने के प्रयास जारी हैं। इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। 03 जून को पूरे दिन राज्य में कोई राजकीय समारोह नहीं होगा। वहीं इजून के महीने में हुए इस हादसे ने 42 साल पहले उस रेल दुर्घटना की याद दिला दी, जिसे देश का सबसे दर्दनाक रेल हादसा कहा जाता है। 6 जून 1981 को बिहार में हुए इस ट्रेन हादसे में करीब 800 लोगों की मौत हो गई थी। बिहार के सहरसा में यह हादसा हुआ था, जब एक पैसेंजर ट्रेन बागमती नदी में गिर गई थी।

बचाव अभियान जारी | Odisha Train Accident

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शनिवार सुबह बहनागा स्टेशन पर ग्राउंड जीरो पहुंचे और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों, एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ टीमों के साथ स्थिति की समीक्षा की। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार लाहोटी भी मौके पर मौजूद थे। रेल मंत्री ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश पहले ही दे दिए हैं। सूत्रों ने बताया कि शवों को बहानागा के दो स्कूलों में रखा गया है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए स्थानीय अस्पतालों में ले जाया जाएगा। रेलवे की एक तकनीकी टीम ने शनिवार तड़के दुर्घटनास्थल का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्य सचिव ने कहा कि दुर्घटना में शालीमार चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल थीं। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ 45 मोबाइल स्वास्थ्य टीमों को भी दुर्घटनास्थल पर भेजा गया है। इसमें केंद्रपाड़ा की पांच, जयपुर की 16, भद्रक की दस और बालासोर की 14 टीमें शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि बचाव अभियान जारी है और कुछ और समय तक जारी रहेगा।

बालासोर रेल दुर्घटना के पीड़ितों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि: मोदी | Odisha Train Accident

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम हुए रेल हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से दो-दो लाख रुपए देने की घोषणा की है। मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना में प्रत्येक मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे। इससे पहले रेल मंत्री ने भी ट्रेन दुर्घटना में जान गंवाने वाले पीड़ितों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये सहायता राशि देने और इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को दो-दो लाख रुपये तथा मामूली रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा रेल दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। मोदी ने ट्वीट में कहा, ‘ओडिशा में ट्रेन हादसे से व्यथित। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायल जल्द स्वस्थ हों। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया। दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान जारी है और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता दी जा रही है। उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यहां जारी एक संदेश में कहा कि उन्हें ओडिशा के बालासोर में रेल दुर्घटना में लोगों के मारे जाने के समाचार से गहरा दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा, ‘इस कठिन समय में मेरी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। Odisha Train Accident

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ओडिशा रेल दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बालासोर में हुई रेल दुर्घटना बेहद दुखद है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम दुर्घटना स्थल पर पहुंच गई है। अन्य टीम भी राहत और बचाव अभियान के लिए पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित लोगों के परिजनों के प्रति उनकी संवेदना है और वह घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे पर गहरा दुख जताया| Odisha Train Accident

रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा कि वह इस बड़े हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बालासोर जिले में हुई रेल दुर्घटना के पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने ट्रेन दुर्घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि घायल यात्रियों की जान बचाना अब सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री पटनायक बालासोर जिले में ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद राहत अभियान का जायजा लेने के लिए विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) नियंत्रण कक्ष पहुंचे। उन्होंने कहा है कि मैंने स्थिति की समीक्षा की है। मैं कल सुबह घटनास्थल पहुंचकर स्थिति का जायजा लूंगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है।

कैसे हुआ हादसा | Odisha Train Accident

आइए हम समझते हैं कि हादसा कैसे हुआ। सबसे पहले बता दें कि यह हादसा बालासोर स्टेशन के नजदीक बहानगा बाजार स्टेशन के पास हआ है। हादसे के समय आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) जो कि चेन्नई जा रही थी बहानगा बाजार से 300 मीटर पहले डिरेल हुई। हादसा इतना भयानक था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस का ईंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया। इसके साथ ही कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन की पीछे वाली बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरीं। तभी इसी ट्रैक पर तेज रफ्तार से आ रही हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस (12864) ट्रैक पर पड़ी कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों से बहुत तेजी से टकराईं।

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