Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा पर जा रहे हैं तो दें ध्यान

Amarnath Yatra 2023
Amarnath Yatra अमरनाथ यात्रा पर जा रहे हैं तो दें ध्यान

श्रीनगर (सच कहूँ न्यूज)। Amarnath Yatra:  केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों ने अमरनाथ यात्रियों को तीर्थयात्रा पर निकलने से पहले यहां चिह्नित स्थानों से रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान (आरएफआईडी) कार्ड इकट्ठा करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी। विज्ञप्ति में कहा गया, “सभी यात्रियों को यात्रा के दौरान हर समय श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) द्वारा जारी आरएफआईडी कार्ड  (rfid card) पहनना अनिवार्य है। किसी भी यात्री को आरएफआईडी कार्ड के बिना यात्रा क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”

तीर्थयात्रियों के लिए दिशानिर्देश जारी किए | Amarnath Yatra

आरएफआईडी आर्बिटर टेक्नोलॉजी कार्ड रेडियो फ्रीक्वेंसी से लैस है और यात्रियों के आधार कार्ड से जुड़ा हुआ है जो ट्रैकिंग के दौरान रास्ता भटक जाने पर हर तीर्थयात्री का पता लगाने में सक्षम बनाता है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने इस साल अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं और यात्रियों से अपनी सुरक्षित यात्रा के लिए उनका पालन करने को कहा है। जम्मू-कश्मीर सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय ने शुक्रवार के समाचार पत्रों में पहले पन्ने पर विज्ञापनों के माध्यम से अमरनाथ यात्रियों के लिए आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसका शीर्षक है “यात्रियों के लिए क्या करें” और “यात्रियों के लिए क्या न करें”।

Bank Holidays: July में बैंक का काम है तो ये खबर देख लीजिए!

विज्ञप्ति के अनुसार, 62 दिनों तक चलने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से दक्षिण कश्मीर में पहलगाम और मध्य कश्मीर गांदरबल जिले में बालटाल मार्ग से पर्याप्त सुविधाओं और अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हो रही है।

सभी यात्रियों से किया अनुरोध | Amarnath Yatra

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को 3,488 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास आधार शिविर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान, यात्रियों को आरामदायक कपड़े और ट्रैकिंग जूते पहनने की सलाह दी गई है।

यात्रियों से खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के लिए भी कहा गया है। अधिकारियों ने कहा कि अगर यात्रा के समय किसी यात्री को सांस लेने में तकलीफ महसूस हो, तो उसे निकटतम चिकित्सा सुविधा से संपर्क करना चाहिए। उन्हें रास्ते में थोड़ा-थोड़ा विश्राम करने की भी सलाह दी और साथ ही ट्रैकिंग मार्ग में अपशिष्ट पदार्थ फैलाकर पर्यावरण को प्रदूषित करने नहीं करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कोई भी यात्री खाली पेट यात्रा शुरू न करें और यात्रा के दौरान शराब, कैफीनयुक्त पेय और धूम्रपान से बचें। Amarnath Yatra

उन्होंने यात्रियों से अनुरोध किया है कि कोई भी शॉर्टकट अपनाने का प्रयास नहीं करें। उन्हें यात्रा के दौरान हर वक्त सतर्कता से आगे बढ़ना चाहिए। उल्लेखनीय है कि पिछले साल 18 जुलाई, 2022 को बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में 15 तीर्थयात्रियों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। पिछले साल 3.60 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पवित्र गुफा मंदिर के दर्शन किए। Amarnath Yatra

सरकार का बड़ा तोहफा, Small Savings Schemes पर अब मिलेगा ज्यादा ब्याज, जानें नई दरें