Lala Lajpat Rai Jayanti : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाला लाजपत राय को दी श्रद्धांजलि

लाला जी समाज सुधारक, लेखक और राष्ट्र निष्ठ व्यवसायी थे | Lala Lajpat Rai Jayanti

Edited By Vijay Sharma

नई दिल्ली(एजेंसी)। देश के महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय (Lala Lajpat Rai) की मंगलवार को जयंती है। भारत के उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने ट्वीट करके लाला लाजपत राय को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा, “पंजाब केसरी लाला लाजपत राय जी की जन्म जयंती के अवसर पर उनकी पुण्य स्मृति को सादर प्रणाम करता हूं। लाला जी समाज सुधारक, लेखक और राष्ट्र निष्ठ व्यवसायी थे जिन्होंने समाज कल्याण और राष्ट्रवादी अर्थव्यव्स्था हेतु पंजाब नेशनल बैंक जैसी संस्थाओं की स्थापना की। बाल, पाल, लाल की त्रिमूर्ति ने देश के स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा दी। साइमन कमीशन के विरुद्ध अभियान में लाला जी पर हुए अत्याचार ने देश के युवाओं में क्रांति की मशाल प्रज्वलित की।”

“मां भारती के वीर सपूत को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। Lala Lajpat Rai Jayanti

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लाला लाजपत राय को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, “मां भारती के वीर सपूत पंजाब केसरी लाला लाजपत राय को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। देश की आजादी के लिए प्राण न्योछावर करने की उनकी गाथा देशवासियों को सदैव प्रेरित करती रहेगी।”

भारत के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों में से एक थे लाला लाजपत राय

  • लाला लाजपत राय भारत के प्रमुख स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों में से एक थे।
  • उनका जन्म 28 जनवरी 1865 को हुआ था और मृत्यु 17 नवम्बर 1928 को हुई थी।
  • इन्हें पंजाब केसरी के नाम से भी जाना जाता है।
  • 1928 में इन्होंने साइमन कमीशन के विरुद्ध एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया था।
  • इस दौरान अंग्रेजों ने लाठी-चार्ज कर दिया था, जिसमें वे बुरी तरह से घायल हो गए।
  • इस घटना के कुछ दिन बाद 17 नवंबर 1928 को इनकी मृत्यु हो गई।
  • लाला लाजपत राय ने पंजाब नैशनल बैंक की स्थापना में अहम भूमिका निभाई थी।

ऐसे शुरू हुई थी राष्ट्रीय बैंक खोलने की कवायद

पंजाब नैशनल बैंक 19 मई 1894 को केवल 14 शेयरधारकों और 7 निदेशकों के साथ शुरू किया गया था। लाला लाजपत राय इस बात से काफी चिंतित थे कि ब्रिटिश बैंकों और कंपनियों को चलाने के लिए भारतीय पैसे का इस्तेमाल किया जा रहा था। लेकिन इसका मुनाफा अंग्रेज उठा रहे थे जबकि भारतीयों को महज कुछ ब्याज मिला करता था। उन्होंने आर्य समाज के राय बहादुर मूल राज के साथ इस बारे में विचार विमर्श किया।

मूल राज भी लंबे समय से चाह रहे थे कि भारतीयों का अपना राष्ट्रीय बैंक होना चाहिए। राय मूल राज के अनुरोध पर लाला लाजपत राय ने चुनिंदा दोस्तों को एक चिट्ठी भेजी जो स्वदेशी भारतीय ज्वाइंट स्टॉक बैंक की स्थापना में पहला कदम था। इंडियन कंपनी एक्ट 1882 के अधिनियम 6 के तहत 19 मई 1894 को पीएनबी की स्थापना हो गई। बैंक का प्रॉस्पेक्टस ट्रिब्यून के साथ ही उर्दू के अख़बार-ए-आम और पैसा अख़बार में प्रकाशित किया गया था।

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