राहुल गांधी मामले को लेकर तानाशाही कर रही है सरकार : विधायक

No sacrifice is big for defeating BJP's thinking: Rahul

भिवानी (इन्द्रवेश)। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने आज देश भर (Mera Ghar Aapka Ghar) में विभिन्न स्थानों पर पत्रकार वार्ताओं का आयोजन कर राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने व उन्हे सरकारी आवास खाली करने के नोटिस देने संबंधी मुद्दे को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार के तानाशाही रवैये के खिलाफ उसे घेरने का प्रयास किया।

भिवानी में कांग्रेस के पूर्व सीपीएस व महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह ने इसी मुद्दे को लेकर भिवानी के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में एक पत्रकार वार्ता के लिए पत्रकारों को न्यौता भेजा था, परन्तु जब विधायक सरकारी पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में पहुंचे तो उन्हे वहां पर पत्रकार वार्ता करने से मना कर दिया गया। जिसके बाद वे पैदल ही वहां चलकर एक निजी रेस्तरां में अपनी बात रखने के लिए पहुंचे। वहीं आपको बता दें कि राहुल के समर्थन में हरियाणा कांग्रेस ने ‘मेरा घर, आपका घर’ मुहिम शुरू की है। इस मुहिम के तहत राहुल को कांग्रेसी नेता हरियाणा में रहने का न्योता दे रहे हैं। राज्य के हर जिले से नेता और कार्यकर्ता राहुल को अपने घर में रहने के लिए निमंत्रण पत्र भेजेंगे।

कार्यकर्ताओ की भीड़ के साथ नीजि रेस्तरां में पहुंच रखा अपना पक्ष

 राव दान सिंह ने कहा कि देश में भाजपा ने तानाशाही (Mera Ghar Aapka Ghar) का रवैया अपनाया हुआ है। केवल कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द करने के लिए उन्हे अधिकत्तम दो वर्ष की मानहानि के मामले में सजा दी गई है। यह लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास है। इससे पूर्व भी विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने अपने प्रतिपक्ष दल के नेताओं के खिलाफ बयानबाजी की थी, परन्तु इस प्रकार से मानहानि का दावा करने का कार्य लोकतंत्र को खत्म करने का कदम है। इसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी अपना सख्त विरोध जताती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के परिवार में देश के लिए समय-समय पर बलिदान दिए है। पहले एक साजिश के तहत उन्हे मानहानि के मामले में उन्हे लोकसभा की सदस्यता से डिसक्वालीफाई किया गया, उसके बाद उनसे सरकारी आवास खाली करने के लिए कहा गया। यह सब लोकतंत्र की जड़े खोदने का कार्य है।

उन्होंने कहा कि भाजपा नेता मुरली मनोहर जोश, पूर्व (Mera Ghar Aapka Ghar) प्रधानमंत्री एलके आडवानी सहित विभिन्न नेता अब भी सरकारी आवास लिए हुए है, जबकि राहुल गांधी से सदस्यता खत्म होते ही निवास खाली करवाने के आदेश दिए गए। यह सब तानाशाही को दशार्ता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं के खिलाफ इस प्रकार से कार्रवाई करना भारत के लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास है। कांग्रेस इस प्रकार की कार्रवाई का डटकर विरोध करेगी तथा लोकतंत्र को स्थापित करने के लिए जनता के बीच जाकर उन्हे जागरूक करने का कार्य करेगी।

      गौरतलब है कि भिवानी पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में पूर्व संसदीय सचिव राहुल गांधी मामले में प्रैस कांफ्रेस करने से अधिकारियों द्वारा इसीलिए रोका गया कि वहां दो अप्रैल को मुख्यमंत्री को पहुंचना है, इसीलिए वहां पर रेनावेशन का कार्य चल रहा है। जब पूर्व संसदीय सचिव को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में पत्रकार वार्ता आयोजित नहीं करने दी तो वे अपने साथी कार्यकतार्ओं के साथ सरकारी रेस्ट हाऊस के नजदीक एक नीजि रेस्तरां में पहुंच गए तथा पत्रकारों को भी वहीं पहुंचकर बात रखने की अपील की।

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