सरसा: बच्चों को राम-नाम की राह पर आगे बढ़ाओ : पूज्य गुरु जी
आपजी ने फरमाया कि वो परम पिता परमात्मा दया का सागर है। बेपरवाह जी फरमाते हैं कि इन्सान अपनी हैसियत को भूल गया है। परम पिता परमात्मा ने मनुष्य का बड़ा ऊंचा दर्जा दिया है, जिसके लिए देवी-देवता भी तरसते हैं। देवी देवता भक्ति करते हैं कि हे परमात्मा! कब हमें मनुष्य के रूप में जन्म मिलेगा और कब हम आपसे मिल सकेंगे।
ईमानदारी की मिसाल : ‘सच कहूँ’ के पत्रकार ने खाते में गलती से आए 5 लाख लौटाए
लहरागागा/संगरूर (सच कहूूँ...
मंसूरपुर की साध-संगत ने किया हुआ वायदा निभाया, बेसहारा परिवार को दूसरे माह किया राशन भेंट
मुजफ्फरनगर। Muzaffarnagar...


























