सास बहू की तू-तू, मैं-मैं होगी खत्म, घर बनेगा स्वर्ग, सुनिये गुरु जी के ये वचन | Baba Ram Rahim

Baba Ram Rahim

सवाल: आज कल की लड़कियां अपने सांस-ससुर की जगह अपने मां-बाप को ज्यादा अहमियत देती हैं। ऐसे में
कैसे ताल-मेल रखा जाए? (Baba Ram Rahim)
जवाब: लड़कियों के लिए ये जरूरी है कि वो बेटियां, जिस घर में जाती है। वो अपने मां-बाप की तरह ही उन्हें समझें। और सास ससुर को भी चाहिये कि वो मां-बाप की तरह उस बेटी का सम्मान करें, सत्कार करें। क्योंकि दोनों के बिना बात नहीं बनेगी। ताल मेल बिगड़ गया तो झगड़े होंगे। और आप अगर अपनी आई हुई बहू-बेटी से कुछ उपेक्षा रखते हो तो जरूरी है कि आप भी पहले अच्छा बनकर दिखाइये। अगर आपका उदाहरण उनके सामने गंदा है तो उससे उपेक्षा कैसे कर सकते हैं। तो दोनों का तालमेल जरूरी है।

वाह मेरे मौला: डिजिटल उपवास रख यूं बदल रही जिंदगी…

सवाल: आज कल की युवा पीढ़ी अपने मां-बाप व बुजुर्गों की बात का मजाक उड़ाती है उन्हें कैसे समझाया जाये?
जवाब: ये गलत चीज है। अपने मां-बाप का मजाक उड़ाना, एक तरह से अपने ही खून की खिल्ली उड़ा रहे हैं।
आपको ऐसा नहीं करना चाहिये। बल्कि सुमिरन से, भक्ति से, इबादत से, आप सत्कार करना सिखाइये। राम नाम के बिना हमें नहीं लगता कि कोई बच्चा, ज्यादा समझ पायेगा। और दूसरी बात, आप टाइम नहीं देते बच्चों को शुरू से, तो कहीं न कहीं इरिटेट होकर आपके खिलाफ हो जाते हैं। तो हमें लगता है बचपन से बच्चों को सहीं संस्कार दो, आप अपने मां बाप की इज्जत उनके सामने करते रहो, तो यकीनन वो आपसे ही सिखेंगे। जो जरूर संभव हो सकता है।

(Baba Ram Rahim)

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।