बिना मान्यता के चल रहा था स्कूल, संचालक को नोटिस

सीएम फ्लाइंग व शिक्षा विभाग की टीम ने मारा छापा

जींद (सच कहूँ न्यूज)। सीएम फ्लाइंग ने गांव डाहौला जर्जर मकान में चल रहे बिना मान्यता के स्कूल पर
छापेमारी की। छापेमारी के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारी टीम के साथ रहे। बिना मान्यता के स्कूल चलने पर शिक्षा विभाग ने स्कूल संचालक को नोटिस जारी कर दस दिन में जवाब देने के लिए कहा है। जिसके बाद विभाग द्वारा आगामी कार्रवाई स्कूल संचालक के खिलाफ लाई जाएगी। सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि गांव डाहौला में जर्जर मकान में श्रीराम के नाम से प्राइमरी स्कूल चलाया जा रहा है। स्कूल इमारत इतनी जर्जर हो चुकी है कि वह किसी भी समय गिर सकती है। साथ ही स्कूल संचालक के पास स्कूल से संबंधित मान्यता है। जिसके आधार पर सीएम फ्लाइंग के निरीक्षक रविंद्र कुमार के नेतृत्व में छापामार टीम का गठन किया गया। जिसमें सब इंस्पेक्टर बिजेंद्र को भी शामिल किया गया। टीम में खंड शिक्षा अधिकारी बलजीत पूनिया भी शामिल हुए। स्कूल में जब छापेमारी की गई तो स्कूल में लगभग 200 छात्र पढ़ाई कर रहे थे। टीम द्वारा स्कूल की मान्यता से संबंधित दस्तावेज मांगे गए तो वहां मौजूद स्टाफ दस्तावेज दिखाने में नाकाम रहा। जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी बलजीत पूनिया ने स्कूल संचालिका को नोटिस देकर दस दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा है। जिसके बाद विभाग द्वारा कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

200 छात्रों का भविष्य और जिन्दगी खतरे में

गांव डाहौला के जिस मकान में स्कूल चल रहा था वह मकान काफी जर्जर हो चुका है। जर्जर हो चुकी इमारत में लगभग 200 छात्र तथा स्टाफ भय के साये में शैक्षणिक कार्य को कर रहा था। जिस समय सीएम फ्लाइंग ने
छापेमारी की उस समय बूंदाबांदी भी हो रही थी। इमारत तक पहुंचने के लिए टीम को जर्जर भवन में खड़े पानी से होकर गुजरना पड़ा। हैरानी इस बात की है जर्जर भवन में बच्चों की जिंदगी को दांव पर लगा कर उनके भविष्य संवारने का दावा किया जा रहा था।
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‘‘स्कूल बिना मान्यता तथा जर्जर भवन में चल रहा था। बच्चों तथा वहां पढ़ा रहे स्टाफ को भी खतरा बना हुआ था। आगामी कार्रवाई शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल संचालक के खिलाफ अमल में लाई जाएगी।
-रविंद्र कुमार, डीएसपी, सीएम फ्लाइंग।
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‘‘जर्जर भवन में प्राइमरी स्कूल चलाया जा रहा था। जिसकी मान्यता विभाग से नही है। स्कूल संचालिका को नोटिस जारी कर दस दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया है। जिसके बाद विभाग आगामी कार्रवाई अमल में लाएगा।
-बलजीत पूनिया, डिप्टी डीईओ, जींद।

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