ग्रामीणों ने गिरफ्तारी को लेकर दूसरे दिन भी सड़क पर शव रखकर लगाए रखा जाम

Dhamtan-Sahib-News
  • ग्रामीण व प्रशासन के बीच वार्ता असफल
  • आज कमेटी ले सकती है कोई बड़ा फैसला

धमतान साहिब (सचकहूँ/ कुलदीप नैन) । गांव धमतान साहिब में बुधवार को सुरेश नाम के व्यक्ति ने रेलगाड़ी के आगे कूद आत्महत्या करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। लगातार दूसरे दिन भी ग्रामीण शव को लेकर सड़क जाम किये बैठे रहे। दूसरे दिन बिनेन खाप, नरवाना खाप, उझाना खाप, कंडेला खाप सहित अन्य भी कई खापों ने धरने को समर्थन दिया। खाप नेताओ ने कहा अभी तक कोई शासनिक या प्रशासनिक अधिकारी बातचीत करने के लिए नही आया है और जब तक हमे न्याय नही मिलता, आरोपियो की गिरफ्तारी नही होती, तब तक हम ऐसे ही सड़क पर बैठे रहेगे व शांतिपूर्ण तरीके से हमारा धरना चलता रहेगा। खापों ने कहा कि जब तक हमारी मांगे नही मानी जाती तब तक शव का अंतिम संस्कार नही किया जाएगा।

ग्रामीण व प्रशासन के बीच वार्ता असफल, ग्रामीणों ने रखी 4 मांगे

वीरवार को एएसपी कुलदीप सिंह व एसडीएम अनिल ग्रामीणों को मनाने के लिए धमतान साहिब में पहुंचे और 12 सदस्यी कमेटी के साथ मीटिंग की। लेकिन ग्रामीणों को मनाने में असफल रहे। ग्रामीणों ने प्रशासन के सामने 4 मांगे रखी। जिसमे मुख्य रूप से छापेमारी करने वाले सभी कर्मियो को गिरफ्तार किया जाए। मृतक के बेटे की सार सँभाल व शिक्षा का पूरा खर्चा प्रशासन द्वारा वहन किया जाए। मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए। जिन गाव वालो पर केस दर्ज किए गए उनके केस रद्द किए जाए

आज कमेटी लेगी कोई बड़ा फैसला

बैठक समाप्त होनेे के बाद धरने पर 11 सदस्यीय कमेटी पहुंची और प्रशासन से हुई बातचीत के बारे में बताया। कमेटी सदस्यों ने कहा कि शुक्रवार को यहां पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

वाहनों को रूट बदला

दो दिन से ग्रामीण नरवाना-टोहाना मार्ग पर जाम लगाए बैठे हैं। ऐसे में पुलिस ने रूट को डायर्वट कर दिया। पुलिस ने अन्य मार्गों से वाहनों को निकालना शुरू किया। इससे वाहन चालकों को कुछ राहत मिली।

रेलवे ने बढ़ाई सुरक्षा

रेलवे अधिकारियों को सूचना मिली थी कि ग्रामीण रेलवे ट्रेक को जाम कर सकते हैं। इसलिए रेलवे ने रेलवे स्टेशन के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। दिन-रात पुलिस यहां गश्त भी कर रही

गौरतलब है कि गांव धमतान साहिब निवासी सुरेश ने बुधवार को सुबह गांव के निकट रेलगाड़ी के आगे आत्महत्या कर ली। सुरेश की पत्नी की भी 2 साल पहले मौत हो चुकी है, जिसके कारण सुरेश का इकलौता लड़का अब अकेला रह गया। मृतक के परिजनों ने बताया कि गत 13 फरवरी को बिजली निगम की टीम ने सुरेश के घर पर बिजली चोरी के सिलसिले में छापेमारी की थी। जिसके बाद से सुरेश मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। उसी परेशानी के चलते सुरेश ने बुधवार को रेलगाड़ी के आगे आत्महत्या कर ली। मृतक के चचेरे भाई जगबीर की शिकायत पर जीआरपी पुलिस ने 6 बिज़ली कर्मचारी व एक पुलिस कर्मी सहित 7 पर 306 ,34 ipc के तहत मामला दर्ज कर लिया।

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