हरियाणा में तीन नई जेल निमार्णाधीन: पंवार

Krishan Lal Panwar

जेलों में लगाए जा रहे हैं जैमर | Krishan Lal Panwar

चंडीगढ़ (एजेंसी)। हरियाणा के जेल मंत्री कृष्ण लाल पंवार (Krishan Lal Panwar) ने मंगलवार को कहा कि राज्य की जेलों में कैदियों के लिये सुविधाओं में सुधार करने के साथ ही तीन नई जेलों का निर्माण किया जा रहा है और सभी जेलों में जैमर लगाने का काम भी शुरू हो चुका है।

पंवार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य की सभी जेलों के लिए 140 मोबाइल फोन जैमरों की आवश्यकता है। प्रथम चरण में 6.76 करोड़ रुपये की लागत से झज्जर, सोनीपत, अम्बाला और गुरुग्राम में 4जी जैमर लगाए जा रहे हैं। दूसरे चरण में 17.53 करोड़ रुपये की लागत से जिला जेल रोहतक में 11 तथा गुरुग्राम में 17 4जी जैमर लगाने की योजना है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में कुल 19 जेल हैं। इन जेलों में लगभग 18,230 कैदियों को रखने की क्षमता है और इस समय लगभग 19,860 कैदी जेलों में बंद हैं।

जींद और सरसा में तीन अतिरिक्त पुरुष बैरकों का निर्माण

उन्होंने बताया कि पानीपत, रेवाड़ी और नूह में नई जेलों का निर्माण किया जा रहा है जिनकी क्षमता एक-एक हजार कैदियों की होगी। इसके अलावा जिला जेल जींद और सिरसा में तीन-तीन अतिरिक्त पुरुष बैरकों का निर्माण किया जा रहा है।

जिला जेल भिवानी में पांच पुरुष बैरकों और एक महिला बैरक का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इनके अलावा जिला जेल करनाल और फरीदाबाद में ओपन एयर कैम्पस स्थापित किए जाएंगे जिसके तहत जेल से बाहर 30-32 मकान बनाए जाएंगे जहां कैदी अपने परिवार के साथ रह सकेंगे और बाहर जाकर छोटा-मोटा काम भी कर सकेंगे। ये मकान ऐसे कैदियों को दिए जाएंगे जिनका व्यवहार अच्छा होगा।

परिजनों से फोन पर बात करने का समय 35 मिनट किया

जेल मंत्री के अनुसार पहले कैदियों को उनके परिजनों से सप्ताह में 10 मिनट फोन पर बात करने की अनुमति थी। वर्तमान सरकार ने पुरुषों के लिए बात करने का समय सप्ताह में 10 मिनट से बढ़ाकर 35 मिनट और महिला कैदियों के लिए 60 मिनट किया है। इसके अलावा तेरह जेलों में वीडियो कॉलिंग की सुविधा भी प्रदान की गई है।

जेलों में कैदियों के खान-पान का विशेष ध्यान रखा जाता है। कैदियों को खाने में सप्ताह में एक बार राजमा, काले चने, सफेद चने, मूंग दाल, मसूर दाल, चना दाल तथा उड़द की दाल दी जाती है। एक कैदी को 350 ग्राम की छह रोटियां और साथ में दाल दी जाती है। इसके अलावा कैदियों को दूध और खीर भी दी जाती है। समय-समय पर भोजन की जांच भी की जाती है।

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