वृक्षों को नया जीवन दे रहे कर्णनगरी के ‘ट्री गार्ड मैन’

Tree Guard Man sachkahoon

सच कहूँ का सैल्यूट! लोहे की बेड़ियों में जकड़े वृक्षों की पीड़ा को महसूस कर उन्हें दिला रहे आजादी

सच कहूँ/विजय शर्मा, करनाल। जरा सोचिये, मनुष्य को ऑक्सीजन देने वाले पेड़ अगर लोहे की बेड़ियों में जकड़े रहेंगे तो वे कैसा महसूस करते होंगे। उनकी इस पीड़ा को शायद कोई महसूस नहीं कर सकता था। पर्यावरण संरक्षण के नाम पर वन विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पौधारोपण और उसकी सुरक्षा को लेकर ट्री गार्ड (Tree Guard Man) तो लगा दिये जाते हैं लेकिन समय के साथ जब ये पौधे विशाल वृक्ष बन जाते हैं तो ट्री गार्ड न हटाने के कारण ये पेड़ों में खंजर की तरह चुभते हैं।

इन पेड़ों के दर्द को जब किसी ने महसूस नहीं किया तो एक शख्स सामने आया जिसने इन पेड़ों की पीड़ा को न सिर्फ महसूस किया बल्कि प्रशासन व आमजन को भी अहसास दिलाया। उन्हें हम ट्री गार्ड मैन (Tree Guard Man) ‘दिनेश बक्शी’ के नाम से जानते हैं और ये अब तक जिले में 500 से अधिक लोहे के ट्री-गार्ड में जकड़े हुए पेड़ों को आजाद करवा चुके हैं। ‘सच कहूँ’ इनके जज्बे और हौंसले को दिल से सैल्यूट करता है।

इसलिए जरूरी है पर्यावरण बचाना

आज जिस तरह हम कोरोना बीमारी को लेकर परेशान है, यदि हम पर्यावरण की रक्षा नहीं करेंगे तो हमें ओर बीमारियों से जूझना पड़ेगा। इसलिए हर व्यक्ति को पेड़ लगाने के साथ ही उनकी रक्षा भी करनी चाहिए। ग्रीन मेन ऑफ इंडिया ने कहा कि आज हर व्यक्ति को पर्यावरण की रक्षा करनी पड़ेगी ताकि आने वाली पीढ़ी को साफ सुथरा पर्यवरण मिल सके।

‘ग्रीन मैन ऑफ इंडिया’ पहुंचे करनाल, मुहिम को मिली मजबूती

लक्ष्य जनहित सोसायटी के फाउंडर दिनेश बक्शी की ‘ट्री गार्ड फ्री ट्री’ (Tree Guard Man)मुहिम को उस समय ओर अधिक मजबूती मिली जब ग्रीन मैन ऑफ इंडिया के नाम से विख्यात विजय पाल बघेल करनाल पहुंचे और इस मुहिम में अपना योगदान दिया। उनका कहना था जो काम सरकार व प्रशासन के नुमाइंदों को करना चाहिये था वो कार्य सोसायटी के फाउंडर दिनेश बक्शी ने करके ये साबित कर दिया है कि वे पर्यावरण को लेकर कितने चिंतित हैं। ‘ट्री गार्ड फ्री ट्री’ मुहिम आज उन वृक्ष के लिए संजीवनी का काम रही है जो बरसों से हर शख्स की अनदेखी के कारण जंजीरों में जकड़े थे। विजय पाल बघेल ने कहा कि सरकार व वन विभाग को चाहिए कि वे 3 साल बाद स्वयं ही ‘ट्री गार्ड’ को हटा दें।

Tree Guard Man sachkahoonसम्मानित हुए मुहिम से जुड़े योद्धा

सोसायटी के मुख्य संरक्षक निशिकांत मित्तल ने कहा कि ग्रीन मेन ऑफ इंडिया प्रकृति के इतने दीवाने हैं कि वो हरे कपड़े, हरी कार व अधिकतर हरे रंग का प्रयोग करते हैं। वे आज तक 10 लाख से ज्यादा पेड़ों को बचा चुके हंै। उनके इस मुहिम की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। वहीं इस मौके पर सोसायटी द्वारा इस मुहिम से जुड़े सभी व्यक्ति को सम्मानित किया गया। जिसमें अमित सचदेवा, श्रवण शर्मा, हितेश गुप्ता ,देवेन्द्र सचदेवा, निशिकांत मित्तल, मुनिराज शर्मा, रवि भाटिया, गुलाब पोषवाल, संजय बत्रा, राजेश शर्मा, मनिंदर सिंह, अमन दीप सिंह, रोहताश लाठर, दिनेश बक्शी शामिल रहे।

प्रदेश के हर अन्य जिलों में भी पहुंचेंगे ‘ट्री गार्ड मैन’

जनहित सोसायटी के फाउंडर चेयरमेन दिनेश बक्शी ने बताया कि ‘ट्री गार्ड फ्री ट्री’ (Tree Guard Man) मुहिम की शुरूआत 1 जुलाई 2021 को करनाल से शुरू हुई और अब ये राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुकी है। उनका कहना है कि करनाल सहित अन्य जिलों व आस-पास के सभी विकसित हो चुके पेड़ों को ट्री गार्ड से मुक्त करना ही उनका मुख्य लक्ष्य हैं। इस दौरान उन्होंने इस मुहिम को बढ़ावा देने के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे ग्रीन मेन आॅफ इंडिया विजय पाल बघेल का भी आभार जताया।

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