संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने नेताओं से ‘जलवायु आपातकाल की स्थिति’ घोषित करने का किया आग्रह

Climate Emergency

संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने 2020 जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक हम ‘कार्बन न्यूट्रैलिटी’ की स्थिति प्राप्त नहीं कर लेते तब तक ‘जलवायु आपातकाल की स्थिति’ घोषित की जाए। गुटेरेस ने कहा, “आज, मैं दुनिया भर के सभी नेताओं से आह्वान करता हूं कि जब तक ‘कार्बन न्यूट्रैलिटी’ की स्थिति प्राप्त नहीं हो जाती तब तक वे अपने-अपने देशों में ‘जलवायु आपातकाल की स्थिति’ घोषित करें।” संयुक्त राष्ट्र, ब्रिटेन और फ्रांस ने पेरिस समझौते की पांचवीं वर्षगांठ के अवसर पर 2020 के शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी की। शिखर सम्मेलन के प्रतिभागियों ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे से निपटने के लिए कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया।

महासचिव ने इस बात पर जोर दिया कि सभी देशों को अपनी भावी पीढ़ियों के लिए पृथ्वी को बचाने की मुहिम में आगे आना चाहिए। गुटेरेस ने कहा, “मैं हर किसी से आग्रह करता हूं कि वह प्रतिबद्धता दिखाएं और हमारे पृथ्वी के दोहन पर लगाम लगाएं। हमें अपने बच्चों और नाती-पोतों का भविष्य सुनिश्चित करने की जरूरत है।” उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर वैश्विक उत्सर्जन में 2010 के स्तर की तुलना में 2030 तक 45 प्रतिशत की कमी हो तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय ‘कार्बन न्यूट्रैलिटी’ हासिल कर सकता है। पेरिस समझौता को 196 देशों ने 12 दिसंबर 2015 को जलवायु परिवर्तन पर एक अंतरराष्ट्रीय संधि के संबंध में अपनाया था। इसे 4 नवंबर 2016 को लागू किया गया था।

 

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